सूरत: मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले को गुजरात के सूरत में विरोध का सामना करना पड़ा, सूरत में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रविवार को उन्हें एक युवक ने काला कपड़ा दिखाया. युवक ने इसके बाद रामदास आठवले पर काला कपड़ा भी फेंका. इसके बाज उसने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
युवक की हरकत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी का माहोल हो गया. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद लोगों ने युवक को पकड़ कर बाहर निकाला. युवक ने मोदी सरकार पर दलितों के अत्याचार और अनदेखी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. युवक का कहना था कि दलितों के नाम पर देश के नाते राजनीति करते हैं.
WATCH: Youth shows black cloth to Union Minister Ramdas Athawale during a confrence in Surat. #Gujarat pic.twitter.com/aR9QZia1In
— ANI (@ANI) April 8, 2018
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से दलित और आदिवासी संगठन मोदी सरकार के खिलाफ सड़कों पर हैं. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में दलितों को संरक्षण देने वाले SC/ST एक्ट में गिरफ्तारी को लेकर कुछ बदलाव किये हैं. इस फैसले का विरोध ये संगठन कर रहे हैं.
हालांकि विपक्ष और अपनी पार्टी के नेताओं के कड़े एतराज के बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पुर्नविचार याचिका दाखिल की है. कोर्ट ने हालांकि अपने फैसले को तत्काल बदलने से इनकार किया है. लेकिन वो इसकी सुनवाई को तैयार है. गौरतलब है कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान करीब 10 लोगों की मौत हो गई थी.
कौन हैं रामदास आठवले
हम आपको बता दें कि रामदास आठवले खुद दलित हैं. उनकी पार्टी रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया वर्तमान एनडीए सरकार में हिस्सेदार हैं. वो खुद भी केंद्र सरकार में मंत्री हैं. केंद्र सरकार के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को लगातार विपक्ष और दलित समुदाय का विरोध काफी समय से झेलना पड़ रहा है.
महाराष्ट्र की राजनीति में पकड़ रखने वाले आठवले ने हाल में संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के नाम के साथ उनके पिता ‘रामजी’ का नाम लगाने का समर्थन किया था. इतना ही नहीं उन्होंनें मायावती को दलितों के हित में एनडीए के साथ आने का भी ऑफर दिया था.