शहरी विकास मंत्रालय ने आज दिल्ली को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए आवश्यक सामुदायिक तथा सार्वजनिक शौचालयों तथा पारिवारिक शौचालय के निर्माण के लिए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) तथा दिल्ली के तीन नगर-निगमों से एक सप्ताह के अंदर कार्य योजना प्रस्तुत करने को कहा है।
इस संबंध में श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने डीयूएसआईबी तथा दिल्ली के तीन नगर-निगमों के अधिकारियों से विस्तृत बातचीत की और इस वर्ष के अक्टूबर तक राष्ट्रीय राजधानी को खुले में शौच से मुक्त कराने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने ऐजेंसियों को आवश्यक कार्य योजना प्रस्तुत करने को कहा ताकि 4 जुलाई को आगे विचार-विमर्श हो सके।
रेल लाइनों के किनारे 24 स्थानों पर शौचालय बनाने पर जमीन की उपलब्धता पर विस्तृत विचार किया गया। डीयूएसआईबी तथा उत्तर रेलवे की संयुक्त टीम से जगहों की पहचान करने को कहा गया है ताकि सेफ्टिक टैंक सहित मोबाइल शौचालय तथा निर्मित इकाइयों को उपलब्ध कराया जा सके।
दिल्ली में डीयूएसआईबी को सामुदायिक तथा सार्वजनिक शौचालय सीट बनाने का काम दिया गया है अब तक 27000 आवश्यक शौचालय में से 18000 सीट तैयार हैं।
श्री मिश्र 4 जुलाई को शहरी विकास मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू के साथ कार्यक्रम पर चर्चा करेंगे। इसके बाद श्री नायडू, मेयर तथा पालिका आयुक्तों डीयूएसआईबी के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।