देहरादून: जिलाधिकारी एस.ए. मुरूगेशन एवं मुख्य न्यायिंक अधिकारी एम.एम. पाण्डेय के द्वारा केदारपुरम स्थित शिशु बालिका सदन एवं नारी निकेतन का स्थलीय निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने इस दौरान ड्राईगं रूम, डायनिगं रूम, किचन, शौचालय, मनांेरंजन पार्क इत्यादि के निरीक्षण के दौरान स्वच्छता और मेन्यू के अनुसार भोजन वितरण व अन्य व्यवस्थाओं को देखते हुए केयर टेकर बढाने तथा सभी कमरों में उचित हवा देने वाले फैन को सही पोजिशन में लगाने के निर्देश दिये। उन्होने पूर्व के निर्देशों के तहत किये गये निर्माण कार्यो से संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं और बच्चों की प्राइवेसी, पृथक शौचालय इत्यादि रखे जाये और मानक के अनुसार सभी प्रकार के कार्य किये जाय। उन्होने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को माह में एक बार पुरूष और महिला डाॅक्टर्स की टीम चैकअप हेतु भेजते रहने और पर्याप्त दवाईयंा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
मुख्य न्यायिक अधिकारी एम.एम. पाण्डेय ने बच्चों व महिलाओं की सटीक जानकारी हेतु एक पोर्टल निर्मित करने को कहा जिससे बच्चों व महिलाओं की उनके सही अभिभावक तक पहुचाने की सही पहचान सुनिश्चित की जा सके।
इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा तिलक मार्ग स्थित श्रदानंद अनाथ वनिता आश्रम का भी स्थलीय निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने इस दौरान बालक बालिकाओं और स्टाफ के सदस्यों को प्रत्येक के लिए अलग-अलग शौचालय रूप् से उपलब्ध कराने तथा मुख्य चिकित्साधिकारी को माह में एक बार चिकित्सा टीम प्रेषित करने के निर्देश दिये, जिससे निःशुल्क चैकअप हो सके तथा आवश्यक दवा भी बच्चों को मिल सके।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वाईएस. थपलियाल,लीगल सलाहकार विवेक श्रीवास्तव, जिला प्रोगेशन अधिकारी श्रीमती मीना, वनिता आश्रम के अधिष्ठाता ओमप्रकाश नांगिया व प्रदान डा0 महेश शर्मा, जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कविता शर्मा सहित सम्बन्धित कार्मिक व गैरसरकारी संगठन के सदस्य उपस्थित थे।