नई दिल्लीः केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने आज यहां कृषक उत्पादक संगठनों तथा किसानों सहित हितधारकों के साथ मुलाकात की, जिससे कि ऑपरेशन ग्रीन्स को लेकर उनकी चिंताओं पर जानकारी और सुझाव प्राप्त किए जा सके और उसके अनुरूप ऑपरेशन ग्रीन्स से संबंधित तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके। राज्य सरकारों, नाबार्ड, एसएफएसी एवं उद्योग संगठनों के एफपीओ, वरिष्ठ अधिकारियों जैसे प्रमुख हितधारकों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 100 प्रतिभागियों ने इस परामर्श बैठक में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना एवं ऑपरेशन ग्रीन्स के लाभों के बारे में देश के विभिन्न भागों से आए हितधारकों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने देश में किसानों की बेहतरी एवं 2022 तक उनकी आय को दोगुनी करने की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के लाभों को रेखांकित किया।
श्रीमती बादल ने सरकार द्वारा हाल में उठाए गए कदमों तथा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से संबंधित बजट घोषणाओं को भी रेखांकित किया, जिससे कि देश में खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा दिया जा सके तथा किसानों की आय बढ़ाने में उनकी मदद की जा सके। उन्होंने जमीनी हकीकतों के आधार पर ऑपरेशन ग्रीन्स के कार्यान्वयन के लिए योजना दिशा निर्देशों के निर्माण की दिशा में प्रतिभागियों से सुझाव मांगे। श्रीमती बादल ने किसानों तथा एफपीओ की चिंताओं एवं उनके समाधान की दिशा में उनके सुझावों पर भी गौर किया।
केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने ऑपरेशन ग्रीन्स के बारे में हितधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान हमेशा से ही सरकार की प्राथमिकता के केन्द्र में रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर ‘पिछडे-अगड़े संपर्कों के सृजन’ की योजना एवं निवेश बंधु (http://foodprocessingindia.co.in) के बारे में हितधारकों को जानकारी दी।
इस अवसर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय में सचिव श्री जे.पी मीणा, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी एंव अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।