नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस और कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान 01 और 02 नवंबर, 2017 को थाईलैंड के बैंकॉक की यात्रा पर जाएंगे, जहां वे आईईएफ के 7वें एशिया मंत्री स्तरीय ऊर्जा गोलमेज सम्मेलन (एएमईआर 7) में हिस्सा लेंगे। वर्तमान में भारत अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा फोरम का अध्यक्ष है, जो इस सम्मेलन का आयोजक है। दो वर्षों के अंतराल पर होने वाले इस सम्मेलन में एशियाई देशों के ऊर्जा मंत्री और विशेषज्ञ भाग लेते हैं।
इस सम्मेलन में मंत्री महोदय मंत्री स्तरीय गोलमेज सम्मेलन में शामिल होंगे और ‘प्राकृतिक गैस: बाजार और नीतियों की चुनौती का सामना करते हुए गैस के स्वर्णिम युग में प्रवेश’ विषय पर व्याख्यान देंगे। इस विषय पर कतर व ब्रूनेई के ऊर्जा मंत्री तथा जापान के अर्थव्यवस्था, व्यापार व उद्योग मंत्रालय, आसियान व ईस्ट एशिया (ईआरआईए) के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी भाषण देंगे। सम्मेलन में साउदी अरब, रूस, यूएई, थाईलैंड, ईराक, कुवैत, कतर, बांग्लादेश, मलेशिया और ब्रूनेई के ऊर्जा मंत्री भी भाग ले रहे हैं।
हाल के वर्षों में तेल और गैस प्रक्षेत्र में भारत ने अग्रणी भूमिका निभाई है। 18 अक्टूबर, 2017 को श्री प्रधान जापान के टोक्यो में 6ठें वार्षिक एलएनजी उत्पादनकर्ता-उपभोगकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए थे। अपने संबोधन में मंत्री महोदय ने देशों के बीच वैश्विक एलएनजी बाजार बनाने की आवश्यकता पर बल दिया था। श्री प्रधान ने ओपेक के महासचिव से ‘एशियन प्रीमियम’ के स्थान पर ‘एशियन डिस्काउंट’ को अपनाने की बात कही है। उन्होंने उत्पादक देशों से ‘जिम्मेदार और उचित मूल्य’ लागू करने के लिए कहा है। आईईएफ के सदस्य देश तेल व गैस की 90 प्रतिशत वैश्विक आपूर्ति और मांग का संचालन करते हैं। इसलिए आईईएफ उपयुक्त मंच है जहां भारत तेल व गैस से संबंधित अपनी बातों को रख सकता है, जिससे उत्पादों और उपभोक्ताओं दोनों को ही फायदा मिलेगा।
भारत आईएफ का वर्तमान अध्यक्ष है और यह 16वें मंत्री स्तरीय सम्मेलन का आयोजन करेगा जो अप्रैल, 2018 में प्रस्तावित है। 7वें एएमईआर के दौरान श्री प्रधान एशियाई देशों के ऊर्जा मंत्रियों से 16वें आईईएफ मंत्री स्तरीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रण देंगे।
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