देहरादून: बच्चों के आपस में एक-दूसरे से मिलने से सांस्कृतिक व सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा मिलता है। अपने घर से दूर कैम्प में प्रतिभाग करने से बच्चों का व्यक्तित्व विकास होता है। गुरूवार को राजभवन में साउथ एशियन चिल्ड्रन फोरम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने फोरम के कैम्प में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया।
राज्यपाल ने कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्र में तमाम विभिन्नताओं के होते हुए भी सांस्कृतिक व सामाजिक समानताएं भी हैं। विभिन्न क्षेत्रों व देशों के बच्चे शिविरों में प्रतिभाग करते हैं तो वे एक-दूसरे की परम्पराओं से परिचित होते हैं और उनमें आपसी समझ बढ़ती है। बच्चों में स्वनिर्भरता, पारस्परिक सहयोग, सामुदायिक जीवन, टीम वर्क व सार्क देशों के बच्चों में मित्रता को प्रोत्साहित करने में साउथ एशियन चिल्ड्रन फोरम द्वारा आयोजित कैम्प उपयोगी हैं।
राज्यपाल ने कहा कि बच्चे कल का भविष्य हैं। फोरम की अकादमिक, सांस्कृतिक व सामाजिक गतिविधियों से बच्चों में छिपी प्रतिभा उभर कर सामने आती है। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं।