लखनऊ: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह के अवसर पर सी.एस.आई.आर.-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) में विद्यार्थियों, किसानों सहित आम जनता के लिए प्रातः 9.30 बजे से 12.30 बजे तक खुला रहा जिसमें लखनऊ तथा आस पास के लगभग 400 विद्यार्थियों ने सीमैप के उत्पाद, प्लांट टिश्यू कल्चर लैब, इक्सप्रेशन, केमिकल इंजीनियरिंग लैब, फार्म, मानव उपवन, स्वास्थ्य वाटिका का भ्रमण किया तथा सीमैप की गतिविधियों से अवगत हुए। प्रातः 10.30 बजे आयोजित मुख्य समारोह में प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी, निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप ने मुख्य अतिथि तथा प्रतिभागियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा. शिव शंकर त्रिपाठी, मेडिकल आॅफीसर इन्चार्ज, गवर्नर हाउस गवर्नमेन्ट आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी एण्ड आॅफीसर इन्चार्ज, धनवन्तरी वाटिका, राज भवन, लखनऊ ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस व्याख्यान दिया। अपने विशेष सम्बोधन में डा. त्रिपाठी ने जोर देकर कहा कि जन स्वास्थ्य सेवाओं में आयुर्वेद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने आयुर्वेद को विज्ञान की अतुलनीय विरासत की संज्ञा देते हुये आशा व्यक्त की कि आयुर्वेद शिक्षा में सुधार होने पर हमारे चिकित्सकों की भावी पीढ़ी अधिक कार्य कुशल और निपुण होगी। उन्होंने लोगों को औषधीय पौधों के रोपण व पहचान जागरूक के लिये भी पे्ररित किया ताकि इनका लाभ समाज के सभी वर्गों को मिल सकें। डा. त्रिपाठी ने सीमैप में चल रहे अनुसंधान एवं विकास कार्यों की चर्चा की तथा सीमैप के वैज्ञानिकों तथा कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम के संचालक डा. एम. पी. दारोकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सीमैप के वैज्ञानिक, तकनीकी अधिकारी व शोध छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।