चैंपियंस ट्रॉफी के अपने अहम मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने 278 रनों का लक्ष्य रखा है। ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इन रनों का बचाव हर हाल में करना होगा। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी के लिए उतारा। एरॉन फिंच (68) और स्टीवन स्मिथ (56) की अर्द्धशतकीय पारियों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट खोकर 277 रन बनाए।
मध्यक्रम के फ्लॉप होने के बाद निचले क्रम में ट्रेविस हेड ने 64 गेंदों में पांच चौके तथ दो छक्कों की मदद से 71 रनों की अहम पारी खेली। जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाने में सफल रही।
डेविड वार्नर (21) और फिंच की सलामी जोड़ी ने महत्वपूर्ण मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को सधी हुई शुरुआत दी और 7.2 ओवरों में 40 रन जोड़े। मार्क वुड ने विकेट के पीछ जोस बटलर के हाथों वार्नर को कैच करा इंग्लैंड को पहली सफलता दिलाई।
इसके बाद फिंच और स्मिथ ने टीम को आगे बढ़ाया लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इन दोनों को खुलकर नहीं खेलने दिया। यह जोड़ी 15.3 ओवरों में सिर्फ 96 रन ही जोड़ सकी। फिंच की पारी पर बेन स्टोक्स ने विराम लगाया। स्टोक्स की गेंद को फिंच इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन के हाथों में खेल गए। उन्होंने 64 गेंदों की पारी में आठ चौके लगाए।
मोएजेज हेनरिक्स (17) ने स्मिथ का साथ देने की कोशिश की लेकिन 161 के कुल स्कोर पर वह लेग स्पिनर आदिल राशिद का शिकार हुए। स्मिथ भी 181 के कुल स्कोर पर वुड की गेंद पर अपना विकेट आसानी से दे बैठे। उन्होंने 77 गेंदों खेलते हुए पांच चौके लगाए।
वुड ने इसके बाद खतरनाक ग्लैन मैक्सवेल (20) को रंग में आने से पहले ही पवेलियन भेज दिया। मिशेल स्टार्क खाता भी नहीं खोल पाए और राशिद की गेंद पर जोए रूट को कैच दे बैठे। राशिद ने पैट कमिंस (4) को भी चलता किया।
वुड ने फिर एडम जाम्पा के डंडे बिखेरे। जाम्पा के रूप में ऑस्ट्रेलिया का नौवां विकेट 254 के कुल स्कोर पर गिरा। यहां से ऑस्टेलिया के जल्दी ऑल आउट होने की उम्मीद थी लेकिन हेड ने अंत में तेज खेलते हुए जोस हाजलेवुड के साथ 23 रन जोड़े जिसमें से सिर्फ एक रन हाजलेवुड का था। इंग्लैंड की तरफ से वुड और राशिद ने चार-चार विकेट लिए। स्टोक्स को एक सफलता मिली।