देहरादून: हिमगिरि जी यूनीवर्सिटी मैं काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर एवं नासा (NASA- National Association of Students of Architecture) द्वारा स्मार्ट सिटी एवं इसके लिए आवश्यक जरूरतों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम मैं मुख्य अथिति के तौर पर विश्वविख्यात आर्किटेक्ट संजय कनविंदे ने स्मार्ट सिटी एवं उस के लिए जरुरी सांस्कृतिक तथा सामाजिक जरूरतों पर अपने विचार दिए. संजय कनविंदे भारत के पहले आधुनिक आर्किटेक्ट माने जाने वाले ए पी कनविंदे के पुत्र हैं. इसके अतिरिक्त इस मौके पर प्रसिद्द आर्किटेक्ट एवं अर्बन डिजाइनर डाक्टर अमित हजेला ने स्मार्ट सिटी के लिए आधुनिक यातायात व्यवस्था तथा सांस्कृतिक पहलुओं पर ध्यान देने की बात कही. आर्किटेक्ट आनंद वाडवेकर ने सिटी प्लानिंग और भोपाल शहर मैं स्वयं द्वारा किये गए कार्यों के संदर्भ मैं अपने अनुभव साझा किये। आर्किटेक्ट राम सतीश (असिस्टेंट प्रोफेसर आई आई टी रूड़की) ने स्कैंडिनेवियन देशों, मध्य पूर्व तथा थाईलैंड मैं किये गए अपने विभिन्न शोधों के आधार पर बताया की किस प्रकार स्मार्ट सिटी तथा उनके लिए किया गया विकास अलग अलग क्षेत्रों के हिसाब से अलग अलग हो सकता है. इस अवसर पर नासा के उत्तर भारत जोन के जोनल प्रेसिडेंट शान्तंम ढींगरा ने सफल आयोजन के लिए हिमगिरि जी यूनीवर्सिटी का धन्यवाद दिया
कार्यक्रम की शुरुआत मैं यूनीवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर राकेश रंजन ने आये हुए सभी अथितियों से आग्रह किया की वो सामूहिक रूप से ऐसे प्रयास करें की भारत का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट दुनिया के अन्य देशों के लिए मिसाल बन जाए. इस मौके पर यूनीवर्सिटी के आर्किटेक्चर विभाग के डीन प्रोफेसर सतीश कुलकर्णी ने कार्यक्रम को हिमगिरि जी यूनीवर्सिटी के इतिहास मैं एक मील का पत्थर बताया। इस से पूर्व प्रोफेसर सतीश कुलकर्णी आई आई टी रूड़की मैं आर्किटेक्ट विभाग के एच ओ डी के प्रमुख रह चुके हैं.
कार्यक्रम का संचालन असोसिएट प्रोफेसर जी राधिका ने किया। यह कार्यक्रम नासा उत्तर भारत के तत्वाधान मैं आयोजित किया गया. हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली एवं हरियाणा से 40 कालेज से आर्किटेक्चर के छात्र छात्राओं ने इस कार्यक्रम मैं प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के दौरान ब्रिक आर्ट, क्विज कम्पीटिशन, डिजाइनर अप्रोच, फोटोग्राफी एवं लेन्थ्रेक्स की प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी.
कार्यक्रम को सफल बनाने मैं आर्किटेक्चर विभाग, हिमगिरि जी यूनीवर्सिटी के अनिल भारती, रोहित लोबियाल, संजीथ पिल्लई, अंबिका प्रसाद, गरिमा अग्रवाल सह संचालक अनुकांत वत्स, यूनिट सेक्रेटरी हिमांशु त्यागी एवं समस्त छात्र छात्राओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा.