आज विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के एक भाग रूप में राज्यों और जिलों में व्यवहार परिवर्तन और शौचालय के इस्तेमाल से जुडी जानकारियों और गतिविधियों के बारे में बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए कई जगह जूलूस निकाले गये। विचार विमर्श का आयोजन किया गया। शौचालय की उपयोगिता और इसके इस्तेमाल के बारे में आयोजित कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में स्कूलों के विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया। झारखंड में शौचालय से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन किया गया, पंजाब में स्वच्छता रथ निकाले गये, रेत पर आकृति उकेरने वाले प्रसिद्ध कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत पर स्वच्छता का संदेश बनाया। असमी महिलाओं के एक दल ने 371 ग्रामीणों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित किया।
पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव श्री परमेशवरन अय्यर के नेतृत्व में केन्द्र राज्य के दल ने बिहार के चंपारण जिले के तुरकौलिया गांव में दो गड्ढो वालों शौचालय के निर्माण कार्य पूरा किया।
इस दल ने तीन दिवसीय अभ्यास के दौरान गांव के लोगों से सीधे संवाद किया ताकि वे शौचालय निर्माण के लिये राजी हों और इसकी उपयोगिता को समझें। इस दिशा में इस दल ने महिलाओं और विद्यार्थियों सहित गांव के लोगों के साथ बातचीत की।
मंत्रालय के सचिव और उनकी टीम ने चंपारण गांव के अतिरिक्त पड़ोसी गांवों के मुखिया के साथ एक बड़ी चौपाल का आयोजन किया। सभी मुखिया इस बात पर सहमत थे कि 6 महीने के भीतर इस जिले को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए भरसक प्रयत्न करेगे। श्री परमेशवरन अय्यर ने शौचालय निर्माण और इस्तेमाल के लिए रेडियो अभियान का शुभांरभ भी किया।
सरकार के दल ने शौचालय निर्माण के बाद चेतना यात्रा में ग्रामीणों को सम्मलित किया। विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर सचिव महोदय ने घरों में शौचालय की आवश्यकता के बारे में लोगों को जानकारी दी और अवाहन किया कि घर के सभी सदस्यों को शौचालय का इस्तेमाल करना चाहिए।