नई दिल्लीः वाराणसी के रचनात्मक एवं सांस्कृतिक उद्योगों की सराहना करने और उसके सांस्कृतिक रूपों का उपयोग करने के द्वारा स्वच्छता की आवश्यकता पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए वाराणसी के मन मंदिर घाट और अस्सी घाट पर 21 एवं 22 फरवरी, 2018 को एक संस्कृति महोत्सव ‘स्वछाग्रह-बापू को कार्यांजलि’ का आयोजन किया जा रहा है। केन्द्रीय संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा 22 फरवरी, 2018 को मन मंदिर घाट पर आयोजित होने वाले समारोह के दूसरे दिन उपस्थित रहेंगे। यह महोत्सव नदी के तट के साथ मूर्त एवं अमूर्त विरासत को समेकित करेगा। इसमें नदी एवं प्राचीन नगर के संरक्षण एवं सुरक्षा के लिए सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों के उपयोग पर शिक्षाविदों, कलाकारों, कारीगरों, लेखकों, कवियों, पर्यावरणविदों एवं सास्कृतिक संगठनों की भागीदारी होगी। स्वच्छता मुहिम का संचालन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के विवेचना केन्द्रों से संबद्ध स्कूली बच्चों द्वारा किया जाएगा, जो प्रदर्शनियों, गीतों, कठपुतली नृत्यों, नुक्कड़ नाटकों एवं लोक नृत्यों के माध्यम से अभिव्यक्त होगा।
दो दिवसीय समारोह ‘स्वच्छताग्रह’ की विषयवस्तु पर आधारित प्रदर्शनों पर ध्यान केन्द्रित करेगा, जिसे ‘स्वच्छताग्रह: बापू को कार्यांजलि’ शीर्षक के तहत प्रस्तुत किया जाएगा।
इस महोत्सव में शास्त्रीय, लोक संगीत, नृत्य एवं दृश्य कलाओं के कला रूपों का एक मिश्रण प्रस्तुत किया जाएगा और यह स्थापित एवं उभरती कला मर्मज्ञता में सर्वश्रेष्ठ का अनुभव करने का अवसर प्रस्तुत करेगा। राष्ट्रीय पुरातत्व की निगरानी में वाराणसी पर एक प्रदर्शनी का प्रदर्शन मन मंदिर घाट पर आभासी संग्रहालय के सृजन के द्वारा किया जाएगा। राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के ललित कला विद्यालय के साथ साझेदारी में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा कई विद्यालयों में स्थापित सांस्कृति विवेचना केन्द्र के छात्रों के लिए चित्रकारी एवं टेराकोटा प्रतिमा कार्यशालाओं का आयोजन करेगा। स्वच्छता की विषय वस्तु पर बच्चों द्वारा उकेरे गए वृहद चित्रफलकों तथा प्रतिष्ठापनों का प्रदर्शन नगर के प्रमुख स्थानों एवं घाटों पर किया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा बसों और नौकाओं की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी तथा प्रमुख दीवारों पर ‘स्वच्छताग्रह:बापू को कार्यांजलि’ की विषय वस्तु पर बहुरंगी भित्ति चित्रों एवं टैग के साथ भित्ति चित्रकला बनाई जाएगी।
स्वच्छताग्रह संगीत एवं नृत्य समारोह के दौरान वाराणसी की शास्त्रीय कलाओं का आयोजन मन मंदिर घाट पर निर्मित एक मंच पर किया जाएगा। 21 फरवरी को इस कार्यक्रम का आयोजन पद्म विभूषण पंडित किशन महाराज की पांच वर्षीय प्रपौत्री अवन्तिका मिश्रा द्वारा तबला वादन के साथ आरंभ होगा।
वाराणसी एवं देश के अन्य भागों के रंगारंग एवं पारम्परिक हस्तशिल्प तथा कपड़ों का मिश्रण अस्सी घाट पर क्राफ्ट्स बाजार पर प्रदर्शित किया जाएगा। महोत्सव के दूसरे दिन सायंकाल बच्चों द्वारा स्वच्छता गीत के साथ कार्यक्रम का आरंभ होगा, जिसके बाद मालिनी अवस्थी का गायन कार्यक्रम होगा।
रस बनारस महोत्सव का सीधा प्रसारण 21 एवं 22 फरवरी, 2018 को शाम छह बजे से Sanskriti.goi के यू-ट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है।