नई दिल्लीः डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेडरोस अधानोम घेबरीसस ने केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक जन स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में बातचीत की। डॉ. टेडरोस ने आयुष्मान भारत के दो स्तंभों के जरिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का दायरा बढ़ाने की साहसपूर्ण पहल के लिए सरकार को बधाई दी। डॉ. टेडरोस ने कहा कि 1,50,000 स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती केन्द्र निश्चित रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को लोगों के नजदीक तक ले जाएंगे और पथ प्रदर्शक राष्ट्रीय स्वास्थ्य रक्षा योजना देश के 500 मिलियन लोगों को द्वितीय और तृतीय स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगी।
डॉ. टेडरोस ने कल एनआईएचएफडब्ल्यू स्थित मां और शिशु सुविधा केन्द्र के दौरे के दौरान उनके द्वारा देखी गई डिजिटल पहुंच के जरिए सामुदायिक जुड़ाव की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यों को क्षेत्र के अन्य देशों के साथ भी बांटा जाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने डॉ. टेडरोस को राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए उनके लागातार जारी तकनीकी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट में लगातार वृद्धि कर रही है और राज्यों के साथ सहकारी संघवाद की भावना से कार्य कर रही है।
स्वास्थ्य संबंधी बेहतर परिणाम प्राप्त करने हेतु भारत एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के बीच सहयोगात्मक कार्य को और ज्यादा मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आज यहां एक समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे पी नड्डा ने इस एमओए पर हस्ताक्षर के लिए आयोजित समारोह की अध्यक्षता की। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे पी नड्डा की मौजूदगी में संयुक्त सचिव (अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य) श्री लव अग्रवाल और डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेडरोस के बीच इस एमओए का हस्ताक्षर उपरांत आदान-प्रदान हुआ। डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, डब्ल्यूएचओ, एसईएआरओ; डॉ. सौम्या स्वामीनाथन, डीडीजी (कार्यक्रम), डब्ल्यूएचओ; सुश्री प्रीति सूडान, केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।