नई दिल्ली: पर्यटन मंत्रालय ने आयुर्वेद समेत चिकित्सा और बेहतर स्वास्थ्य को मौसम तत्व पर काबू करने और भारत को पूरे 365 दिन पर्यटन स्थल के रुप में बढ़ावा देने एवं विशेष चाहत वाले सैलानियों को आकर्षित करने के लिए एक विशिष्ट उत्पाद के रूप में मान्यता दी है।
मंत्रालय ने राष्ट्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पर्यटन बोर्ड का गठन किया है जो आयुर्वेद, योग, युनानी, सिद्धा और होम्योपैथी (आयुष) के तहत भारतीय चिकित्सा पद्धति के जरिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक समर्पित सांस्थानिक रुपरेखा उपलब्ध कराएगा। भारत को आयुर्वेद स्थल के रूप में वैश्विक अतुल्य भारत अभियान के जरिए प्रचारित किया जा रहा है। भारत पर्यटन कार्यालय भी व्यापार मेले, संवर्द्धन कार्यक्रमों, रोड शो और सेमिनार के जरिए प्रचार कार्य में लगे हैं।
यह जानकारी आज राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महेश शर्मा ने दी।
9 comments