नई दिल्लीः भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च, 2018 को प्रत्येक राज्य व केंद्र शासित प्रदेश में नगरों के निकट स्थित कम से कम एक टोल प्लाजा में टोल संग्रहण के लिए महिलाओं की तैनाती करेगा। ऐसे टोल प्लाजा के सभी कर्मी महिलाएं होंगी। यदि यह पहल सफल रहती है तो अगले तीन महीनों में एनएचएआई के संचालन वाले सभी टोल केंद्रों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी। इस संबंध में क्षेत्रीय कार्यालयों को सूचना दे दी गई है।
टोल केंद्रों की स्थिति में सुधार करने तथा एक प्रतिस्पर्धा युक्त माहौल बनाने के लिए एनएचएआई सभी टोल केंद्रों की श्रेणी तैयार करेगा। इसके लिए ईटीसी अवसंरचना, ईटीसी का कार्यान्वयन, फास्ट टैग लेन का उपयोग करते हुए टोल प्लाजा को पार करने में लगा समय, रोड मार्शलों की तैनाती, फास्ट टैग विक्रय केंद्र की सुविधा, फास्ट टैग सूचना बोर्ड, टोल प्लाजा कर्मियों का व्यवहार, टोल प्लाजा मैनेजर की उपलब्धता, सूचनाएं प्रदर्शित करने वाले साइनबोर्ड, स्वच्छता, राजमार्ग उपयोग करने वालों का अनुभव, महिला/ पुरुष/ दिव्यांगजनों के लिए स्वच्छ शौचालय की उपलब्धता, राजमार्ग के किनारे की हरित पट्टी का रखरखाव आदि को आधार बनाया जाएगा। एनएचएआई के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश जारी किया है कि वे प्रत्येक टोल प्लाजा में फास्ट टैग लेन की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इस लेन से केवल ऐसे वाहन जाने चाहिए जिन पर फास्ट टैग चिपका हुआ हो। इस व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए रोड मार्शलों का उपयोग किया जाना चाहिए। एनएचएआई सभी टोल केंद्रों पर नेस्ट (मिनी) के निर्माण की योजना बना रहा है। नेस्ट (मिनी) में अल्प अवधि के लिए वाहनों को खड़ा किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त इन केंद्रों पर कूड़ेदान, शौचालय, पेय जल एटीएम, चाय-काफी की मशीन, खाने-पीने के पैकेट, रिकवरी वैन की उपलब्धता, निगरानी वाहन और एंबुलेंस आदि भी उपलब्ध होंगे।