नई दिल्ली: 51वां अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितंबर, 2017 को विज्ञानभवन, नई दिल्ली में मनाया जाएगा और इसके लिए यूनेस्को द्वारा घोषित विषय ‘डिजिटल दुनिया में साक्षरता’ है। कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा और साक्षरता के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों, जिलों, ग्राम पंचायतों तथा गैर-सरकारी संगठनों को साक्षर भारत पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस प्रतिवर्ष 8 सितंबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। 1965 में इसी दिन तेहरान में विश्व कांग्रेस के शिक्षा मंत्रियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा कार्यक्रम पर चर्चा करने के लिए पहली बार बैठक की थी। यूनेस्को ने नवंबर 1966 में अपने 14वें सत्र में 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस घोषित किया। तब से अधिकतर सदस्य देशों द्वारा प्रतिवर्ष 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का महत्वपूर्ण पहलू साक्षरता के खिलाफ संघर्ष के पक्ष में जनमत तैयार करना है। यह दिवस साक्षरता और जन जागरूकता बढ़ाने तथा व्यक्ति और राष्ट्रीय विकास के लिए साक्षरता के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान करने का मंच है।
राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण 1988 से प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाता है। स्वतंत्रता के बाद से निरक्षरता समाप्त करना भारत सरकार की प्रमुख राष्ट्रीय चिंता का विषय है। अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर निरक्षरता समाप्त करने के लिए जन जागरूकता को बढ़ावा दिया और प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रमों के पक्ष में वातावरण तैयार किया जाता है।
1996 से इस कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए कुछ नए अवयव जोड़े गए हैं। 1996 में एक ‘मशाल मार्च’ का आयोजन किया गया था जिसमें स्कूली छात्र और साक्षरता कार्यकर्ता शामिल हुए थे। इसके बाद के वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने के लिए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण (एसएलएमए) द्वारा साक्षरता कार्यकर्ताओं के लिए राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं (रंगोली,ड्राइंग आदि), जेएसएस उत्पादों (केआरआईटीआई) की प्रदर्शनी, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, संगोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसी कई गतिविधियां शामिल की गई हैं।