देहरादून: विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल ने अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्कृत कई भाषाओं की जननी है तथा भारतीय संस्कृति की पहचान है। उन्होंने संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अधिक से अधिक संस्कृत भाषा का प्रयोग करने की अपील की। ज्ञातव्य है कि उनके द्वारा विधान सभा संस्कृत भाषा में विधायक पद की शपथ ग्रहण की गई तथा उनके कक्ष में नाम पट्टिका भी संस्कृत भाषा में लगी है।