लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अनिल माधव दवे के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि श्री दवे एक प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता, सर्जक, लेखक और भारतीय राष्ट्रवादी भूमिका को समाज में ले जाने वाले विचारनिष्ठ राजनेता थे। उन्होंने कहा कि जो लोग समाज में नई मर्यादाओं को गढ़ने में ध्येयनिष्ठ एवं कर्मनिष्ठ बने रहते हैं, इतिहास उनका हमेशा अभिनन्दन करता है। स्व0 अनिल माधव दवे ऐसी ही शख्सियत थे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री एवं नेता सदन योगी आदित्यनाथ जी ने श्री अनिल माधव दवे के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि स्व0 दवे छात्र जीवन से ही विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक गतिविधियों और कार्यक्रमों में सक्रिय रहे हैं। मध्य प्रदेश समेत देश के तमाम भागों में उनके द्वारा किए गए रचनात्मक कार्यों की विभिन्न संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा सराहना की गई है। भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़े विभिन्न संगठनों के साथ उनका लम्बे समय से जुड़ाव रहा है। उनकी सेवाओं एवं रचनात्मक गतिविधियों को देखते हुए अगस्त, 2009 में श्री अनिल माधव दवे को राज्य सभा के लिए चुना गया। राज्य सभा में जाने के बाद उन्होंने जल संसाधन एवं सूचना और प्रसारण मंत्रालय की स्थायी समितियों के माध्यम से अच्छा कार्य किया। इसके अलावा ग्लोबल वाॅर्मिंग पर भी उनका कार्य सराहनीय रहा है।
योगी जी ने कहा कि श्री अनिल माधव दवे के कार्यों एवं संसद में उनकी रचनात्मक गतिविधियों को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उन्हें केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का दायित्व देकर केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में शामिल किया। उन्होंने कहा कि अपनी रचनात्मक गतिविधियों के लिए श्री अनिल माधव दवे सदैव स्मरण किए जाते रहेंगे। उन्होंने श्री अनिल माधव दवे के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता व मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर, नेता विरोधी दल श्री राम गोविन्द चैधरी, बहुजन समाज पार्टी के श्री लालजी वर्मा, कांग्रेस के श्री अजय कुमार ‘लल्लू’, अपना दल के श्री आर0के0 पटेल ने श्री दवे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से अपने-अपने दलों की भावनाओं से स्व0 अनिल माधव दवे के परिजनों को अवगत कराने का अनुरोध किया।