वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमा पार आतंकवाद को प्रश्रय देने वालों को आज आगाह किया कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने की सामर्थ्य रखता है और कोई भी उसे रोक नहीं सकता। श्री मोदी ने यहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए सीमा पार आतंकवादियों के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे दुनिया को समझ आ गया है कि भारत संयम रखता है लेकिन जरूरत पड़ने पर अपने सामर्थ्य का परिचय भी देता है। उन्होंने कहा कि हम विश्व के कानूनों से बंधे हुए हैं क्योंकि यह हमारा संस्कार और स्वभाव है, वसुधैव कुटुम्बकम छोटे शब्द नहीं हैं यह हमारे चरित्र में हैं।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व व्यवस्था का पालन करता है और हम इसे तहस नहस कर अपना धंधा जमाने वाला देश नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने कहा,“हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हुए अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के लिए तथा जनसामान्य की सुरक्षा, सुख शांति, प्रगति के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने का सामर्थ्य रखते हैं। जब भी जरुरत पड़ी है हम ऐसे निर्णय लेते रहे हैं दुनिया हमें कभी भी रोक नहीं सकती”। श्री मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक एक ऐसी घटना थी कि दुनिया चाहती तो हमारे बाल नोच देती, हमें कटघरे में खड़ा करती, हमसे जवाब मांगती हमारी आलोचना होती। लेकिन, पहली बार किसी ने भी इस पर एक भी सवाल नहीं उठाया।
पाकिस्तान का नाम लिये बिना उन्होंने कहा जिन्हें भुगतना पड़ा उनकी बात अलग है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह इसलिए हुआ क्योंकि हम दुनिया को यह समझाने में सफल रहे हैं कि आतंकवाद का कौन सा रूप भारत को तबाह कर रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया आतंकवाद से परेशान है और यह मानवता का दुश्मन बन गया है। बीस पच्चीस वर्ष पहले जब भारत आतंकवाद की बात करता था तो यह बात दूसरे देशों के गले नहीं उतरती थी और वह कहते थे कि यह कानून व्यवस्था की समस्या है। उन्होंने कहा कि इन देशों ने तब आतंकवाद को भुगता नहीं था आज उन्हें आतंकवाद समझाना नहीं पड़ता है आतंकवादियों ने उन्हें समझा दिया है।