अगर आप भी नेटवर्क की वजह से कॉल नहीं कर पाते या कॉल बार-बार डिस्कनेक्ट हो जाती है, तो आपकी समस्या का अब जल्द ही समाधान होने वाला है. क्योंकि कुछ ही दिनों में ये समस्या बीते दिनों की बात हो जाएगी. जल्दी ही आप अपने घर या दफ्तर के वाईफाई ब्रॉडबैंड से मोबाइल के अलावा लैंडलाइन को भी कॉल कर सकेंगे. दरअसल केंद्र सरकार ने देश में इंटरनेट से फोन करने की सुविधा देने वाले प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. इसके बाद मोबाइल यूजर्स बिना नेटवर्क के कॉलिंग कर सकेंगे.
कंपनियों को लेना होगा लाइसेंस
बता दें कि टेलीकॉम आॅपरेटरों के अलावा अन्य कंपनियां भी इंटरनेट टेलीफोन का लाइसेंस हासिल कर सकेंगी. ये कंपनियां आपको नया मोबाइल नंबर देंगी. जिसके लिए सिमकार्ड की जरूरत नहीं होगी. वहीं इंटरनेट से टेलीफोन एप को डाउनलोड करने के बाद एक्टिवेट किया जा सकेगा. बता दें कि ट्राई ने अक्टूबर 2017 में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. मंजूरी देने के पीछे कारण, उन उपभोक्ताओं को राहत दिलाना था, जो कनेक्टिीविटी की समस्या के कारण परेशान थे और कॉल ड्रॉप की परेशानी से जूझ रहे थे.
बता दें कि इस प्रस्ताव को दूरसंचार मंत्रालय की अंतरिम समिति ने मंजूरी दी है. इससे अब रिलायंस जियो, बीएसएनएल, एयरटेल समेत अन्य तमाम कंपनियों के लिए भी इंटरनेट कॉलिंग सुविधा देने का रास्ता साफ हो गया है. ट्राई के सलाहकार अरविंद कुमार के मुताबिक इस फैसले से उपभोक्ताओं को नई संचार सुविधाओं का लाभ मिलेगा और ग्राहकों के पास ज्यादा विकल्प होंगे.
ये सुविधा खासतौर पर उन इलाकों में बहुत काम आएगी जहां खराब नेटवर्क की समस्या बनी रहती है. इसमें वह इलाके भी शामिल हैं जिसमें ऐसी कई इमारतें और घर शामिल हैं जहां पारंपरिक मोबाइल नेटवर्क सिग्नल तो कमजोर आता है, लेकिन वाईफाई के सिग्नल ठीक आते हैं.
ऐसे करेगा काम
इंटरनेट से फोन करने की प्रकिया के बारे में समझाते हुए एक अधिकारी ने बताया कि इंटरनेट पर टेलीफोन सेवा हासिल करने के लिए उपभोक्ताओं को अपने आॅपरेटर की एप डाउनलोड करनी पड़ेगी. इसके बाद उसे 10 अंकों का मोबाइल नंबर जारी कर दिया जाएगा. ये नंबर दूसरे किसी भी मोबाइल नंबर की तरह ही होगा.
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