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अब विज्ञान को एक ‘जन आंदोलन’ बनाने का वक्त आ गया हैः डॉ. हर्ष वर्धन

देश-विदेश

नई दिल्ली: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2019 का 5वां संस्करण 5 से 8 नवंबर 2019 को कोलकाता में आयोजित किया जाएगा। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज नई दिल्ली में एक प्रेस वार्ता में इसकी घोषणा की। इस प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा, “भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2019 दरअसल विज्ञान को प्रयोगशालाओं से बाहर लाते हुए विद्यार्थियों के बीच विज्ञान के प्रति प्यार और जुनून को प्रोत्साहित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अब वक्त आ गया है कि विज्ञान को एक जन आंदोलन बना दिया जाए”। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को बताया कि इस साल के महोत्सव की थीम है ‘रिज़न इंडिया – रिसर्च, इनोवेशन एंड साइंस एम्पावरिंग द नेशन।’

इस मौके पर बोलते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने ज़ोर दिया कि आईआईएसएफ विज्ञान का प्रचार करने वाले हितधारकों के जुड़ाव को प्रोत्साहित करने और विज्ञान की दिशा में काम करने के लिए युवा मस्तिष्कों का उत्साहवर्धन करे।

कई प्रबुद्ध वैज्ञानिकों के योगदान को याद करते हुए उन्होंने आगे बताया कि इस साल के महोत्सव के लिए कोलकाता को स्थल के तौर पर इसलिए चुना गया है क्योंकि जिन वैज्ञानिकों ने भारत में विज्ञान को आकार दिया उनमें से कईयों की कार्य भूमि कोलकाता के वैज्ञानिक संस्थान रहे हैं।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने भी इस महोत्सव को आयोजित करने के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, “आईआईएसएफ दुनिया में सबसे बड़ा विज्ञान महोत्सव है और इसमें युवाओं को प्रेरित और प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है ताकि वे असली विज्ञान को अपने सामने गतिशील देख सकें। असली विज्ञान को कक्षा के माहौल में नहीं सीखा जा सकता है। आईआईएसएफ एक अवसर है विज्ञान को क्रियाशील और गतिशील देखने के लिए”। इस प्रेस वार्ता में आईआईएसएफ 2019 के प्रकाशन को भी जारी किया गया।

2015 में प्रारंभ होने के बाद ये भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव – आईआईएसएफ का पांचवां संस्करण है। पहला और दूसरा महोत्सव नई दिल्ली में, तीसरा महोत्सव चेन्नई में और चौथा लखनऊ में हुआ था जिसमें दुनिया भर के 10 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे।

आईआईएसएफ 2019 दरअसल एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसका आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े भारत सरकार के मंत्रालयों व विभागों और विज्ञान भारती (विभा) 2019 द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। आईआईएसएफ भारत और विदेशों के छात्रों, नवोन्मेषकों, शिल्पकारों, किसानों, वैज्ञानिकों और टेक्नोक्रेटों के साथ भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति की उपलब्धियों का जश्न मनाने का एक महोत्सव है।

आईआईएसएफ 2019 में भारत और विदेशों के करीब 12,000 लोगों की मेज़बानी किए जाने का अनुमान है। कोलकाता में विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर और साइंस सिटी, आईआईएसएफ 2019 के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रमुख स्थल होंगे।

आईआईएसएफ 2019 के लिए बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को श्रंखलाबद्ध किया गया है। इसमें इस अवधि के दौरान 28 अलग अलग कार्यक्रमों की मेज़बानी की जाएगी। छात्रों के लिए विद्यार्थी विज्ञान ग्राम यहां एक प्रमुख आकर्षण होगा। देश भर के 2500 से ज्यादा स्कूल छात्रों को यहां आमंत्रित किया गया है। विद्यार्थी विज्ञान ग्राम कार्यक्रम प्रधानमंत्री सांसद आदर्श ग्राम योजना से जुड़ा हुआ है जहां हर सांसद को अपने संसदीय क्षेत्र से पांच विद्यार्थियों और उनके शिक्षकों को इस ग्राम के लिए नामांकित करने को कहा गया है।

युवा वैज्ञानिकों का सम्मेलन यहां एक अन्य प्रमुख आयोजन है जिसमें करीब 1500 युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त विशेषज्ञों के साथ विभिन्न विषयों पर बातचीत करने का अनुमान है। भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति को भी कई प्रदर्शनियों के माध्यम से यहां दिखाया जाएगा जिनमें सबसे प्रमुख है साइंस सिटी में होने वाली विज्ञान प्रदर्शनी। नई ज़माने की प्रौद्योगिकी का शो और दिव्यांगजनों के लिए एक प्रदर्शनी भी इस आयोजन में आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इस साल के आईआईएसएफ में विज्ञान साहित्य मेला – विज्ञानिका भी लगेगा जहां कई श्रेणियों से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

ये बताना ज़रूरी होगा कि पहली बार यहां दो दिवसीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मीडिया संगोष्ठी भी रखी जाएगी जिसे सॉल्ट लेक इलाके में बोस संस्थान के नए कैंपस में आयोजित किया जाएगा। इस महोत्सव में एक अन्य आकर्षण का केंद्र होगा भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव (आईएसएफएफआई) जिसमें फिल्मकारों के प्रयासों को पहचाना जाएगा और वैज्ञानिक व नवीन विषय वस्तु विकसित करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।

विज्ञान विकास की धुरी को आकार देने में महिला वैज्ञानिकों और उद्यमियों की विशेष भूमिका भी इस महोत्सव का एक अन्य आकर्षण होगी। इस सिलसिले में महिला वैज्ञानिकों और उद्यमियों का संगोष्ठी कार्यक्रम दरअसल महिलाओं के बीच नई उद्यमशीलता विकसित करने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अवसरों के नए रास्ते खोजने का इरादा रखता है। करीब 700 महिला वैज्ञानिक / उद्यमी इस आयोजन में हिस्सा लेंगी।

पूर्वोत्तर के विज्ञान छात्रों का बैठक या मिलन कार्यक्रम हज़ारों इनोवेटिव, समर्पित और पुरस्कार विजेता छात्रों को एक मंच पर लाएगा ताकि वे अपने अनुभवों को साझा कर सकें और विज्ञान के नए आयामों को सामने ला सकें।

आईआईएसएफ 2019 के अन्य विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी पाने के लिए कृपया यहां क्लिक करें:https://www.scienceindiafest.org/

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