श्रीनगर: कश्मीर घाटी में गत दो सप्ताह के दौरान सुरक्षा बलों की फायरिंग में मारे गये लोगों के परिवारों के प्रति एकजुटता जाहिर करने के लिए अलगाववादियों के ‘शोपियां चलो’ आह्वान को प्रशासन ने नाकाम कर दिया। इस दौरान प्रतिबंधों का उल्लंघन करके शोपियां की जाने से पहले पुलिस ने हुरियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अळी शाह गिलानी और हुरियत कांफ्रैंस (एम) चेयरमैन मीरवायज उमर फारुक को गिरफतार कर लिया।
जे.के.एल.एफ. प्रमुख यासीन मलिक दो दिन पहले भूमिगत होने के बाद आज शोपियां पहुंचने में कामयाब रहे। हालांकि, जुमा नमाज के बाद पुलिस ने यासीन मलिक को गिरफतार कर लिया। उधर, सुरक्षा कारणों से रेल सेवाओं को स्थगित कर दिया गया। इस बीच मलिक की गिरफतारी के बाच लोग सडक़ों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गेस का इस्तेमाल किया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने उनपर पत्थराव किया जिसके बाद दोनो पक्षों के बीच झड़पें हुई। हालांकि, किसी भी तरह के हताहत की जानकारी नही मिली।
कश्मीर में रहा जनजीवन प्रभावित
जानकारी के अनुसार हड़ताल और प्रतिबंधों की वजह से आज श्रीनगर सहित समूची घाटी में आम जनजीवन प्रभावित रहा। हालांकि, किसी भी अलगाववादी संगठन या आतंकी संगठन ने हड़ताल का आह्वान नहीं किया था। कई जगहों पर लोगों ने प्रतिबंधों का उल्लंघन करके आजादी समर्थक प्रदर्शन किया। उधर, स्कूलों और कॉलेजों में आज छात्रों की हाजिरी कम रही।
व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद
एक अधिकारी ने बताया कि कई स्कूल, कॉलेज और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। सार्वजनिक वाहन सडक़ों पर नजर नहीं आए। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति काफी कम रही। जम्मू के बनिहाल से कश्मीर के बारामुला तक रेल सेवा दिन भी स्थगित रही।
पांच थानाक्षेत्रों में प्रतिबंध
शोपियां जिले में अलगावादियों के मार्च को विफल करने के लिए शहर के पांच थाना क्षेत्रों सहित कश्मीर के कुछ हिस्सों में आज फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया। जिला के सभी इलाकों में किसी भी तरह की नागरिक आवाजाही को नही देखा गया। जिला भर में जांच बिंदुओं पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। यहां तक कुछ स्थानों में सडक़ों पर सेना को भी गश्त करते देखा गया। श्रीनगर के कई इलाकों में लोगों ने कश्मीर में नागरिक हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने की आजादी समर्थक नारेबाजी
श्रीनगर के पुराने शहर को पूरी तरह से सील कर दिया गया। आजादी समर्थक और देश विरोधी प्रदर्शनों के गढ़ पुराने शहर की गलियों और सभी सडक़ों पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया। अधिकारियों के अनुसार वह किसी भी तरह का जोखिम नही उठाना चाहते है, इसलिए पुराने शहर में सख्त कफ्र्यू लागू करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया अलगाववादियों द्वारा आहूत शोपियां चलो मार्च के बाद एहतियातन उपाय के तहत घाटी के अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिलों में प्रतिबंध लगाए गए। उन्होंने बताया कि उतर कश्मीर के कुपवाडा जिला के अलावा श्रीनगर में 11 पुलिस थानों अंतर्गत आने वाले इलाकों में भी प्रतिबंध है। श्रीनगर शहर के पांच थाना क्षेत्रों खान्यारए, रैनावाड़ी, महाराजगंज, साफा कदल और नौहटटा में भी कफ्र्यू लगाया गया है। मैसुमा और क्रालखुद थाना क्षेत्रों के अन्तर्गत चार या इससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
अधिकारी ने बताया चार जिलों बांदीपुरा , बडग़ाम, गंदरबल और बारामुला तथा श्रीनगर शहर के बाकी इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि घाटी में स्थिति अब तक शांतिपूर्ण है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
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