पटना: अवैध बूचड़खाने पर रोक लगाने का मुद्दा अब बिहार में भी गर्माने लगा है। महागठबंधन सरकार के राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने इस मामले को बुधवार को विधानसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी अवैध बूचड़खानों को बंद कर देना चाहिए। मनेर से राजद विधायक वीरेन्द्र ने कहा कि जो कुछ भी अवैध काम होता है वो सब बंद होना चाहिए फिर चाहे वो बूचड़खाना ही क्यों ना हों । हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा बूचड़खाने के बहाने हिन्दू कार्ड खेल रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने सदन में ही राज्य सरकार से उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी अवैध पशु कत्लखाने बंद करने की मांग की थी और कहा था कि सरकार को इस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है। इस मामले में राज्य के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में अवैध बूचडखाने बंद होंगे । मंत्री ने बताया कि विभाग ने इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को सर्वेक्षण करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा बूचडखाना के नाम पर देश को गुमराह कर रही है ।
मंत्री ने इस मसले पर बिहार विधान परिषद में भी अपना पक्ष रखा और कहा कि इसे जल्द ही लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में पशु क्रूरता से संबंधित कानून वर्ष 2012 से ही लागू है। इस कानून के तहत सभी जिलों में जिलाधिकारी (डीएम) की अध्यक्षता में पशु क्रूरता समिति गठित है। बिहार के पशु मत्स्य मंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के गोशालाओं को भी विकसित कर रही है। इसके तहत गोशालाओं को बहुआयामी बनाने की भी योजना है। गोमूत्र से औषधि बनाई जाएगी, वहीं आपदा के समय इसे पशुचारा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यूपी में योगी सरकार के आने के बाद से पूरे देश में अवैध बूचड़खानों को लेकर एक माहौल सा बनता जा रहा है। पिछले तीन दिनों में पूरे उत्तर प्रदेश में 300 से भी ज्यादा बूचड़खाने बंद करा दिए गए हैं।