नई दिल्ली: आईसीएआई आईपीए, आईसीएआई के आईएलपी और आईसीएआई (लागत) के आईपीए के साथ दिवालियापन और दिवालियापन बोर्ड (आईबीबीआई) ने तीनों दिवालिया पेशेवर एजेंसियों को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में दिवालिया पेशेवरों के आधे दिन के सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में डॉ. एम.एस. साहू, अध्यक्ष, आईबीबीआई; माननीय न्यायमूर्ति एम.एम. कुमार, अध्यक्ष, एनसीएलटी और कोटक महिंद्रा बैंक के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री उदय कोटक ने दिवालिया पेशेवरों को संबोधित किया।
डॉ. एमएस साहू ने “दिवालिया पेशेवर संस्थान बनाने पर” अपने संबोधन में आग्रह किया कि ‘तैयार किए गए समाधानों की तलाश न करें … (दिवालिया समाधान) को आपको पूरे मनोभाव से समझने की आवश्यकता होती है।पेशेवरों को प्रतिस्पर्धी बने रहने के साथ हमेशा अपडेट होना चाहिए।
माननीय न्यायमूर्ति एम.एम. कुमार ने IBC, 2016 के अंतर्गत पेशेवरों के प्रस्तावों के कर्तव्यों को सचित्र किया और इन मामलों में कानूनों के सर्वोत्तम अभ्यास और आईपी को पढ़ने और अपडेट करने पर बल दिया। न्यायमूर्ति कुमार ने दिवालिया पेशेवर एजेंसियों में निरंतर पेशेवर प्रशिक्षण और इन हाउस और संकायों को शामिल करके दिवालिया पेशेवरों के अधिक विशिष्ट और जानकार कैडर पर जोर दिया।
श्री उदय कोटक ने अपने संबोधन में ‘मूल्य निर्माण के लिए महत्वपूर्ण सुविधा के रूप में इन्सॉल्वेंसी पेशेवरों की भूमिका पर जोर दिया। इसके साथ ही और रेज़ल्यूशन या परिसमापन से गुजरने वाले कंपनियों की बोली प्रक्रिया में अधिक मजबूत और सुव्यवस्थित प्रक्रिया प्रवाह की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने “काम की योजना” और “योजना पर काम” करने पर जोर दिया।
आईसीएआई के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनसाल्वेंसी पेशेवरों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुनील पंत के धन्यवाद प्रस्ताव द्वारा सम्मेलन समाप्त हुआ।