आईसीसी महिला विश्व कप में शनिवार को आखिरी लीग मैच खेले जाएंगे और अंत में सेमीफाइनल में पहुंचने वाले चौथी टीम का नाम भी सामने आएगा। सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए जंग होगी भारतीय महिला टीम और न्यूजीलैंड के बीच।
इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीमें पहले ही अंतिम चार में अपनी जगह बना चुकी है। शुरुआती दौर में लगातार चार मुकाबले जीतने के बाद भारतीय टीम सेमीफाइनल के मुहाने पर खड़ी थी लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका ने भारत के अभियान को बड़ा झटका दिया। भारतीय टीम के लिए मुकाबला अब करो या मरो का है।
भारत के लिए अभी भी सबसे बड़ी समस्या सलामी जोड़ी है। जिसके कारण बाकि के बल्लेबाज धीमे बल्लेबाजी करने लगते हैं। पिछले मैच में भारत ने काफी धीमी बल्लेबाजी की।
स्मृति मंधाना के जल्दी आउट होने के बाद मिताली और राउत ने धीमी शुरूआत की जिससे ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों को दबाव बनाने का मौका मिला। वनडे क्रिकेट में 6000 रन बनाने वाली पहली महिला बनी मिताली ने पहले 20 रन बनाने के लिये 54 गेंद खेली। उसने 69 रन बनाने के लिये 114 गेंद खेल डाली।
पहले दो मैचों में अच्छे प्रदर्शन के बाद मंधाना का बल्ला खामोश है और उन्हें अब उम्दा पारी खेलनी ही होगी। उसके अलावा राउत , मिताली और हरमनप्रीत कौर से भी अच्छी पारी की उम्मीद होगी।
गेंदबाजी में झूलन गोस्वामी अभी तक अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई है। स्पिनर दीप्ति , एकता बिष्ट, हरमनप्रीत और पूनम यादव को भी जिम्मेदारी निभानी होगी। भारत की फील्डिंग भी लचर रही है। पहले तीन मैचों में भारतीयों ने आठ कैच छोड़े। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में दस रन फालतू दिये जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुछ बेसिक गलतियां की।
भारत की तरह ही न्यूजीलैंड के लिये भी यह मैच जीतना बहुत जरूरी है। फिलहाल वह सात अंक लेकर पांचवें स्थान पर है। उसे पिछले मैच में इंग्लैंड ने 75 रन से हराया। इस मैच में हारने से उसे भी टूर्नामेंट से वापसी का टिकट कटाना होगा।