लखनऊ: प्रदेश के स्टाम्प एवं रजिस्टेªशन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आम लोगों को पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के साथ-साथ त्वरित विभागीय सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएं। उन्हांेंने कहा कि कार्यालयों में आधुनिक कार्य प्रणाली अपनायी जाए। विभाग द्वारा अधिक से अधिक राजस्व प्राप्ति के उपाय सुनिश्चित किए जाएं और बिना किसी जांच-पड़ताल के भूमि की रजिस्ट्री तथा एक ही भूमि की रजिस्ट्री बार-बार किए जाने की घटनाओं को रोके जाने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कार्यालय की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
श्री नंदी ने यह विचार आज यहां आई0जी0 कैम्प कार्यालय, गोमतीनगर, लखनऊ में विभागीय राजस्व समीक्षा के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने कार्यालयों में शिकायत और सुझाव पेटी अवश्य लगायें, ताकि जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो सके।
स्टाम्प एवं रजिस्टेªशन मंत्री ने कहा कि कार्यालयों में अधिकारी तकनीकी दक्षता हासिल करें। उन्होंने कहा कि राजस्व प्राप्तियों के लक्ष्य में हो रही कमी को गम्भीरता से लिया जाए। माह अप्रैल, 2017 में राजस्व लक्ष्य 1270 करोड़ रुपए का था, जिसके सापेक्ष 880.17 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। माह अप्रैल 2017 में 100 प्रतिशत से अधिक राजस्व प्राप्त करने वाले जनपद मऊ, गाजीपुर, अमेठी, सुल्तानपुर एवं कुशीनगर की प्रगति पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राजस्व बढ़ाने के लिए अधिकारी मण्डल, जिला व तहसील स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा करें और शत्-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करें। उन्होंने स्टाम्प वाद शीघ्रता व गुणवत्तापरक रूप से निपटाने व एक माह में सारे वाद, विभागीय पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्टाम्प एवं रजिस्टेªशन श्री अनिल कुमार, महानिरीक्षक सुश्री कामिनी चैहान रतन एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।