नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने वर्तमान एनडीए सरकारद्वारा स्थाई नीति और मैत्रीपूर्ण कर प्रशासन के साथ अंतरराष्ट्रीय स्पर्धी कर व्यव्स्था की स्थापना के लिए सरकार द्वारा की गई पहलों पर बल दिया। वित्त मंत्री ने आयकर विभाग के अधिकारियों का आह्वान किया कि वे कर दाताओं की शिकायतों के समाधान में तेजी दिखाएं, गैर-हस्तक्षेपकारी तरीके से टैक्स का आधार बढ़ाएं। श्री जेटली ने कहा कि किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ कर है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कर रहित नहीं रहना चाहिए, इस बारे में लोगों की सोच बदल रही है। उन्होंने कहा कि निजता के बहाने नियमों का पालन न करना ठीक नहीं है। श्री जेटली आयकर दिवस 2017 के अवसर पर राजधानी के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में आयकर विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। श्री जेटली ने लेागों की सोच बदलने और टैक्स का पालन करने में लोगों की सहायता करने में विभाग के अधिकारियों और कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने टैक्स आधार बढ़ाने, भ्रष्टाचार को समाप्त करने और ईमानदार कर दाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की चर्चा की। इससे पहले श्री जेटली ने कॉफी टेबल बुक ‘द जर्नी सो फार’ का विमोचन किया। इस पुस्तक में आयकर विभाग का 157 वर्षों का इतिहास है। वित्त मंत्री ने आयकर विभाग के विभिन्न रैंकों के 22 अधिकारियों को उनकी सेवाओं के लिए वित्त मंत्री का उत्कृष्टता पुरस्कार दिया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में विभाग के योगदान को दिखाने वाली एक फिल्म ‘इन द सर्विस ऑफ द नेश्न’ को भी लॉंच किया।
आयकर दिवस आज पूरे भारत में मनाया गया। मुख्य समारोह नई दिल्ली में विज्ञान भवन में हुआ। समारोह में वित्त मंत्री अरूण जेटली के अलावा वित्त राज्य मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार, राजस्व सचिव डॉक्टर हसमुख अधिया, सीबीडीटी के अध्यक्ष श्री सुशील चन्द्र, केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के सदस्य, वित्त मंत्रालय और आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
इससे पहले आयकर, दिल्ली के प्रधान आयकर आयुक्त ने मुख्य अतिथि, गणमान्य व्यक्तियों और वित्त मंत्रालय और आयकर विभाग के अधिकारियों का स्वागत किया। सीबीडीटी के अध्यक्ष श्री सुशील चन्द्र ने हाल में आयकर विभाग में तकनीकी परिवर्तनों की जानकारी दी जिससे कर चोरी से निपटने में मदद मिली है। राजस्व सचिव डॉक्टर हसमुख अधिया ने आईडीएस 2016 सहित काले धन की समस्या से निपटने के लिए की गई नई पहलों और राजस्व वसूली के लिए उठाए गए कदमों के लिए आयकर विभाग को बधाई दी। श्री संतोष कुमार गंगवार ने प्रभावशीलता बढ़ाने के साथ-साथ कर दाताओं की शिकायतों को कम करने के लिए आयकर विभाग को बधाई दी।
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