नई दिल्ली: दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में ऑयल, गैस और फ़र्टिलाइज़र्स के क्षेत्र में इम्प्लीमेंटेशन ऑफ़ इंस्ट्रूमेंटेशन ऑटोमेशन और सर्विलांस में आने वाले स्किल चैलेंजेज और नए अवसरों पर नेशनल वर्कशॉप और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह आयोजन इंस्ट्रुमेंटेशन ऑटोमेशन सर्विलांस और कम्युनिकेशन (आईएएससी) सेक्टर स्किल काउंसिल ने किया। इस मौके पर आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश के सर्राफ बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। इस वर्कशॉप के माध्यम से मॉडर्न टेक्नोलॉजीज के इम्प्लीमेंटेशन में क्या नए अवसर और नए चैलेंजेज आ रहे है उनकी पहचान की गई। इस वर्कशॉप में विभिन्न स्तरों पर आवश्यक नौकरी की भूमिकाओं के साथ किन नौकरी की भूमिकाओं में पुनरीक्षण की आवश्यकता है इस पर भी चर्चाएं हुई।
आईइएएससी सेक्टर स्किल काउंसिल के चेयरमैन नागेन्द्र गोएल ने वर्कशॉप में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि आयल और गैस के क्षेत्र को स्वच्छ और कुशल ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इंजिनियर इंडिया लिमिटेड की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर टेक्निकल वर्तिका शुक्ला ने ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि “ऊर्जा की प्रति व्यक्ति खपत दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, और अधिक उत्पादन हासिल करने के लिए स्वचालन सबसे महत्वपूर्ण है”।
आईएएससी का मकसद इंस्ट्रुमेंटेशन, ऑटोमेशन, सर्वियलेंस और ब्रॉडकास्ट कम्युनिकेशन सेगमेंट के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करना है, जो कि प्रौद्योगिकियों से सीधे जुड़ा हुआ हैं। इस वर्कशॉप में रियल- टाइम एक्वीजीशन, मोनीट्रिंग एंड कंट्रोल, ऑटोमेशन एंड एससीएडीए, कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी फॉर फ्यूचर, रोल ऑफ़ इंडस्ट्रीज इन डेवलपिंग स्किल रिसोर्सेज, चैलेंजेज इन क्रिएटिंग एम्प्लोयबल स्किल्ड मैनपावर जैसे कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई।