नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद 1,000 रुपये के 1.4 प्रतिशत नोट को छोड़ इस मूल्य के बाकी सभी नोट बैंकों में पास वापस आ गए हैं. साल 2016-17 की अपनी वार्षिक रपट में केंद्रीय बैंक ने कहा कि नवंबर में हुई नोटबंदी से पहले 1,000 रुपये के 632.6 करोड़ नोट चलन में थे जिसमें से मात्र 8.9 करोड़ नोट प्रणाली में वापस नहीं आए. इस तरह 8,900 करोड़ रुपये केंद्रीय बैंक के पास वापस नहीं पहुंचे.
रिजर्व बैंक ने कहा कि नोटबंदी के बाद पुराने 1,000 रुपये के कुल 632.6 करोड़ नोटों में से करीब 99 फीसदी नोट लौट आए हैं. इनमें से 8.9 करोड़ नोट यानि मात्र 1.4 फीसदी नोट अब तक नहीं लौटे हैं.
आरबीआई ने कहा कि नोटबंदी के बाद नए नोटों की छपाई से साल 2016-17 में नोटों की छपाई की लागत दोगुनी होकर 7,965 करोड़ रुपये हो गई जो 2015-16 में 3,421 करोड़ रुपये थी. साथ ही रिजर्व बैंक ने कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 में 7.62 लाख नकली नोटों का पता चला जबकि 2015-16 में 6.32 लाख नकली नोट पकड़े गए.
The estimated value of Specified Bank Notes (SBNs) received as on June 30, 2017 is Rs. 15.28 trillion: Reserve Bank of India #DeMonetisation
— ANI (@ANI) August 30, 2017
वहीं आरबीआई के इस आंकड़े पर कांग्रेस ने हमला बोला है. कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इसे आरबीआई के लिए शर्मनाक बताया. पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि नोटबंदी के बाद 15,44,000 करोड़ के नोटों में से केवल 16000 करोड़ नोट नहीं लौटे. यह एक फीसदी है. नोटबंदी की सिफारिश करने वाले आरबीआई के लिए यह शर्मनाक है.
Rs 16000 cr out of demonetised notes of Rs 1544,000 cr did not come back to RBI. That is 1%. Shame on RBI which 'recommended' demonetisation
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 30, 2017
नोटबंदी का फैसला
कालेधन पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 की मध्यरात्रि को नोटबंदी के तहत 1,000 और 500 के नोट बंद कर दिए थे. पुराने नोटों को बैंकों में जमा करने की अनुमति दी गई थी और असाधारण जमा आयकर विभाग की जांच के दायरे में आ गई थी. बाद में 500 का नया नोट जारी किया गया था. इसके साथ ही आरबीआई ने पहली बार 2000 का नया नोट भी जारी किया था.
इस बीच कुछ दिन पहले ही दो सौ रुपये का नोट पेश किया गया है. उधर, वित्त मंत्रालय ने 1,000 रुपये का नोट फिर से लाने की संभावना को खारिज कर दिया. आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने ट्वीट किया कि 1,000 रुपये का नोट फिर लाने को कोई प्रस्ताव नहीं है. उनका यह बयान उन खबरों के बीच आया कि सरकार 1,000 रुपये का नोट फिर ला सकती है
भारतीय रिजर्व बैंक ने 25 अगस्त को चमकते पीले रंग का 200 का नया नोट जारी किया था. इसका मकसद 100 और 500 के नोटों के बीच के मूल्य के नोट की कमी की भरपाई करना है. 200 रुपये के अलावा इसी महीने 50 रुपये का नया नोट भी जारी किया गया है. रिजर्व बैंक पहले ही कह चुका है कि वह 200 रुपये के नोट की आपूर्ति बढ़ाएगी. पिछले सप्ताह वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि सरकार का 2,000 के नोट पर प्रतिबंध लगाने का कोई इरादा नहीं है.