देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत इठारना गांव पहुंचे। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार इठारना आने पर ग्रामवासियों ने गर्मजोशी से श्री रावत का स्वागत किया। मुख्यमंत्री एक-एक कर उपस्थित लोगों से मिले और उनके हाल चाल जाने। अपने बीच सूबे के मुखिया को देखकर सभी लोग प्रफुल्लित थे।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्रवासियों का अपार स्नेह व सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने सिला चैकी पर जलाशय निर्माण कराए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही सर्वे किया जाएगा। जलाशय बनने से क्षेत्र में पानी की समस्या नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इठारना गांव देहरादून के समीप भी है और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है। यहां होम-स्टे को अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से बैमौसमी सब्जी, मशरूम, फल, फूल की खेती अपनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हाल ही में नई दिल्ली में उन्होंने सुझाव दिया था कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़क शब्द के स्थान पर सम्पर्क शब्द लिया जाए। इससे रोपवे व अन्य साधनों से पर्वतीय क्षेत्रों में ग्रामों को जोड़ने का काम किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने इठारना इंटर काॅलेज के पुश्ता निर्माण व लैब की स्वीकृति की घोषणा की। उन्होंने कालबन व पुखई सड़क सहित कुछ अन्य मार्गों व पानी की उपलब्धता होने पर ट्यूबवैल की स्वीकृति की घोषणा भी की।
राजकीय इंटर काॅलेज इठारना में भी मुख्यमंत्री रूके और वहां मौजूद बच्चों से उनकी पढ़ाई के बारे पूछा। मुख्यमंत्री ने अध्यापकों से भी बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने इठारना गांव में आयोजित भण्डारे में प्रसाद भी ग्रहण किया। उन्होंने मंदिर के दर्शन भी किए।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ऋषिकेश में सिद्धपीठ वीरभद्र पहुंचे और वहां विधिवत पूजा अर्चना की। उन्होंने प्रदेशवासियों की खुषहाली व समृद्धि की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माझा विभाग विश्राम गृह में पार्टी कार्यकर्ताओं से भी भेंट की।