इराक की एक अदालत ने तुर्की की 16 महिलाओं को फांसी की सजा सुनाई है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इराकी न्यायपालिका के प्रवक्ता ने बताया कि ये महिलाएं आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल हुए थीं जिसके चलते इन्हें मौत की सजा सुनाई गई है. वहीं, बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक 15 महिलाओं को मौत और एक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. इन महिलाओं की उम्र 20 से 50 वर्ष है.
रविवार को बगदाद स्थित केंद्रीय आपराधिक अदालत ने कहा कि वह आरोपित महिलाओं के दाइश (इस्लामिक स्टेट को दिया गया नाम) से संबंध साबित होने के बाद सजा सुना रही है. अदालत के मुताबिक इन महिलाओं ने दाइश के आतंकियों से शादी की या उसके लोगों को सहायता पहुंचाई या आतंकी हमले करने में उनकी मदद की. सजा सुनाते समय जज अब्दुल-सत्तार अल-बिरकदार ने कहा कि ये महिलाएं इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकती हैं.
इराक में इस्लामिक स्टेट के कई मजबूत केंद्रों के खात्मे के दौरान कई विदेशी महिलाओं को हिरासत में लिया गया था. इनमें से कई महिलाओं को उनके बच्चों के साथ पकड़ा गया था. पिछले साल अगस्त से इन विदेशी महिलाओं पर मामले चलाए जा रहे हैं. इसी महीने की शुरुआत में इराक की एक अदालत ने तुर्की की एक महिला को मौत और अन्य देशों की 11 महिलाओं को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. वहीं, जनवरी 2018 में एक जर्मन महिला और 2017 में एक रूसी महिला को आईएस में शामिल होने के लिए मौत की सजा दी गई थी.
सत्याग्रह