नई दिल्ली| दिल्ली के वसंत विहार में स्थित होली चाइल्ड ऑक्सीलम स्कूल में तोड़फोड़ की घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी को तलब किया है| उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई के निर्देश दिए हैं| स्कूल पर हुए हमले के बाद मोदी सरकार तुरंत हरकत में आई| केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से इस बारे में बात की। इससे पहले उन्होंने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से भी बात की। स्मृति ईरानी ने खुद स्कूल का जायजा भी लिया।दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा है कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। दक्षिणी दिल्ली के वसंत विहार स्थित होली चाइल्ड ऑक्जीलियम स्कूल के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि स्कूल परिसर में लगाए गए कुछ सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए और प्रधानाचार्य के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। दिल्ली कैथोलिक आर्कडायसिस के प्रवक्ता फादर सावरिमुत्तू शंकर ने कहा, “कुछ अज्ञात लोगों ने शुक्रवार सुबह स्कूल परिसर में लगे कुछ सीसीटीवी कैमरे क्षतिग्रस्त कर दिए और प्रधानाचार्य के कार्यालय में तोड़फोड़ की।”
शंकर ने बताया कि घटना प्रकाश में आने के बाद सुबह स्कूल आने वाले बच्चों को वापस घर भेज दिया गया। इस बीच, ईसाई समुदाय के लोगों का कहना है कि एक खास गिरोह के कुछ सदस्य जानबूझकर इस समुदाय को निशाना बना रहे हैं। पिछले 11 सप्ताह में यह ऐसा छठा हमला है। शंकर ने कहा कि ये हमले ईसाई समुदाय के लोगों में डर पैदा करने की कोशिश है। दिसंबर 2014 से अब तक पांच गिरजाघरों पर हमले किए गए हैं और यह छठा ऐसा हमला है।
उन्होंने कहा, “हमें पहले लगता था कि इस तरह के हमलों का संबंध दिल्ली विधानसभा चुनाव से हो सकता है। लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि इसके पीछे कुछ कट्टरपंथी गिरोहों का हाथ है, जिसका उद्देश्य ईसाई समुदाय में खौफ पैदा करना है।” फादर मैथ्यू कोयिकल ने बताया, “हमलावरों का उद्देश्य ईसाई समुदाय को कमजोर करना है। दिसंबर से अब तक एक खास अंतराल पर पांच गिरजाघरों को निशाना बनाया गया है। हमारी मांग है कि मामले की जांच सभी पहलुओं से की जानी चाहिए।”