लोक आस्था और सूर्योपासना का पर्व छठ शुक्रवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ. इस पर्व के दौरान बिहार समेत पुरे देश में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गुरुवार की शाम से ही घाटों पर श्रद्धालु जमने लगे थे. पटना में छठ पर्व को लेकर हजारों व्रती गंगा के छठ घाट पहुंचे. आम से लेकर खास तक सभी भक्ति में डूब गए. छठ को लेकर पूरा बिहार भक्तिमय हो गया. गंगा घाट से लेकर विभिन्न नदियों के तटों, तालाब और जलाशयों पर भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा.
बिहार के आलावा देश के अन्य राज्यों में भी ये पर्व मनाया गया. दिल्ली-एनसीआर के घाट पर छठ पूजा के तीसरे दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. इस साल दिल्ली-एनसीआर में छठ पूजा करने वाले व्रतियों की संख्या में इजाफा हुआ. इस बार के छठ पूजा की बड़ी बात यह भी रही कि पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार के लोगों के आलावा अन्य लोगों में भी इस महापर्व का उत्साह देखने को मिला. पूजा करने आये श्रद्धालुओं के साथ-साथ घाट पर कई पंजाबी और बंगाली परिवार भी दिखे.
Prayers being offered to the rising sun on the occasion of #ChhathPuja at Delhi's ITO pic.twitter.com/UEVsvNdABW
— ANI (@ANI) October 27, 2017
दिल्ली के आलावा मुंबई के जुहू स्थित समुद्री तट पर भी श्रद्धालुओं ने छठ पूजा की. वहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों के आला नेता इस पर्व में पहुंचे. मुंबई में भारी संख्या में पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार के लोग रहते हैं जो इस पर्व को समुद्री तट पर मनाते है.
Maharashtra: Prayers being offered to the rising sun on the occasion of #ChhathPuja at Mumbai's Juhu beach pic.twitter.com/R1uSse8tn3
— ANI (@ANI) October 27, 2017
छठ पर्व के दौरान घरों से लेकर घाटों तक पारंपरिक कर्णप्रिय छठ गीत गूंजते रहे. इस पर्व में स्वच्छता और शुद्धता का विशेष ख्याल रखा गया. ऐसी मान्यता है कि जो शख्स पूरे भक्ति भाव से व्रत कर के सूर्य देव की उपासना करता है और उन्हें अर्घ्य देता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.