नई दिल्ली: पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री के. जे. अल्फोंस ने कल नागरिक उड्डयन मंत्री श्री सुरेश प्रभु, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा और दोनों ही मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पर्यटन स्थलों या पर्यटक गंतव्यों को बेहतर हवाई कनेक्टिविटी सुलभ कराने के बारे में एक उच्चस्तरीय बैठक की।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय घाटे वाले किसी भी रूट का आर्थिक उत्तरदायित्व (अंडरराइट) लेगा, बशर्ते कि वह उड़ान योजना के दायरे में नहीं आता हो। यह भी निर्णय लिया गया कि उड़ान योजना के दायरे में अपर्याप्त हवाई सेवा वाले समस्त गंतव्यों को जल्द ही लाया जा सकता है। बैठक के दौरान श्री के. जे. अल्फोंस ने खजुराहो के लिए एयर इंडिया की दैनिक उड़ानें शुरू करने, अजंता-एलोरा तक पहुंचने हेतु औरंगाबाद के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने, कोच्चि-गोवा-जयपुर मार्ग पर त्रिकोणीय उड़ान शुरू करने, कोझीकोड से और ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने, गुवाहाटी हवाई अड्डे से दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने, कन्नूर हवाई अड्डे को चालू करने, दिल्ली से कोझीकोड तक सीधी उड़ानें शुरू करने, कोलकाता से शिलांग तक दैनिक उड़ानें शुरू करने, वाराणसी के लिए और ज्यादा उड़ानें शुरू करने, अहमदाबाद एवं कोलकाता से श्रीनगर तक सीधी उड़ानें शुरू करने और सिक्किम में नया हवाई अड्डा खोलने का अनुरोध किया। इसके साथ ही यह आग्रह भी किया गया कि जिंदल विजयनगर हवाई अड्डे के लिए और अधिक उड़ानें संचालित की जाएं, ताकि हम्पी तक बेहतर पहुंच संभव हो सके।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बेहतर कनेक्टिविटी मुहैया कराने के लिए एयरलाइन ऑपरेटरों के साथ सलाह-मशविरा कर इस दिशा में त्वरित कदम उठाने का आश्वासन दिया।