मुजफ्फरनगर: उत्कल कलिंगा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में रेलवे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। दोपहर में रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों पर गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट करा दी गई। इसके बाद सीनियर डिवीजनल इंजीनियर, एसई, एई और जेई पर भी गाज गिर गई। चीफ ट्रैक इंजीनियर नार्दन रेलवे का तबादला किया गया है। साथ ही रेलवे बोर्ड के सदस्य (इंजीनियरिंग) एवं जीएम उत्तर रेलवे और डीआरएम दिल्ली अवकाश पर भेज दिए गए हैं।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेन हादसे को लेकर जल्दी ही जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की बात कही थी। इसके बाद रेलवे ने हादसे के जिम्मेदार अफसरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। सीपीआरओ दिल्ली नीरज शर्मा ने कार्रवाई की पुष्टि की है। रेलवे अफसर अभी भी ट्रैक की मरम्मत नहीं होने की बात कह रहे हैं मगर मौके पर मिले उपकरण और चश्मदीदों के बयान इसकी गवाही देते नजर आ रहे हैं कि बगैर सावधानी के ट्रैक की मरम्मत चल रही थी। वायरल वीडियो भी अगर सही है तो उसे भी लापरवाही से ट्रैक की मरम्मत का सबूत माना जा रहा है।
शनिवार शाम उरी से हरिद्वार जा रही उत्कल एक्सप्रेस खतौली में हादसे का शिकार हो गई थी। 12 बोगियां दुर्घटनाग्रस्त हुई थीं। दूसरे दिन भी मलबे को ट्रैक से हटाने का काम युद्धस्तर पर जारी रहा। तड़के चार और शव निकाले गए हैं। रेलवे ने 21 लोगों की मौत और 97 के घायल होने की पुष्टि की है। मृतक आश्रितों और घायलों को मुआवजा दिया जा रहा है। मुजफ्फरनगर और मेरठ के अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है। दिल्ली-देहरादून ट्रैक अब भी बाधित है। इस रूट की ट्रेनों को फिलहाल या तो रद्द कर दिया गया है कि या उनको दूसरे रूट से गुजारा जा रहा है। अफसरों ने देर रात तक रूट बहाल होने की बात कही है। हादसे में मारे गए 21 में से 20 लोगों की पहचान हो गई है। पोस्टमार्टम के साथ शवों के डीएनए सैंपल भी लिए गए हैं। अभी तमाम रेलयात्रियों के गायब होने की बात भी सामने आ रही है।
एनडीआरएफ, पुलिस, रेलवे की राहत एचं बचाव दलों के साथ स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन मौके पर जुटे हैं। प्रदेश के मंत्री सुरेश राणा और सतीश महाना के साथ रेलवे के जीएम व एडीजी वीके मौर्या भी खतौली में डेरा जमाए हैं। एफआईआर के साथ अफसरों के निलंबन, और जबरन अवकाश पर भेजे जाने से तबादला ड़कंच मचा है। रेलवे आयुक्त एसके पाठक सोमवार को हादसे की जांच के लिए खतौली पहुंच रहे हैं। अभी कई और अफसरों पर गाज गिरना तय मानी जा रही है। हादसे की जांच सुरक्षा आयुक्त को सौंपी गई है, जो जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेंगे।