उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अग्निकाण्ड से प्रभावित तहसील मोरी जनपद उत्तरकाशी के ग्राम सावणी के अग्निकाण्ड पीडितों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने प्रभावितों को गृह अनुदान एवं अनुग्रह राशि के साथ ही पशुहानि के कुल रूपये 58 लाख 29 हजार 200 के चैक भी वितरित किये। जिसमें 40 पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों के लिये रूपये 40 लाख 76 हजार, आंशिक 06 क्षतिग्रस्त भवनों के लिये रूपये 31 हजार 02 सौ, 55 बडे पशुओं गाय, बैल, खच्चर के लिये रूपये 14 लाख 50 हजार, 40 छोटे पशुओं के लिये रूपये 01 लाख 20 हजार तथा अहैतुक सहायता के रूप में वितरित 01 लाख 52 हजार की धनराशि सम्मिलित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 47 पीडित परिवारों को प्रदेश भाजपा की ओर से भी 10-10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये जाने के लिये प्रदेश अध्यक्ष से बात करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि दुःख की इस घडी में हम सब पीड़ितों के साथ है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विगत 17 वर्षो में आग लगने की यह 09 वीं घटना है। हमें इस क्षेत्र में आग लगने के कारणों को तलाश करना होगा। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि इस क्षेत्र में आग न लगने के स्थायी समाधान ढूंढे जाए तथा इसके लिये एक टीम बनाकर इसका अध्ययन किया जाए। जिससे की इस समस्या का समाधान हो सके। उन्होंने क्षेत्रवासियों से कहा कि हमें अपना सिस्टम बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यहा ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी जिससे की इस क्षेत्र में आग न लगे। इसके लिये मुख्यमंत्री ने क्षेत्रवासियों से सहयोग की अपेक्षा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिये यहां के जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी आगे आना होगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि आगामी 04 वर्षों के अन्दर एक ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी जिससे कि जनहानि व पशुहानि से बचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसकी शुरूआत उन गांवों से की जायेगी जो गांव अभी तक सड़क से नही जुडे है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने अग्निकाण्ड के पीडित परिवारों की मदद एवं सहयोग के लिये विभिन्न सामाजिक संगठनों का भी आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि मोरी को ड़ोड़राक्वार(हिमाचल प्रदेश) तक सडक मार्ग से जोडा जायेगा। यह लगाभ 12 किमी की सड़क है। उन्होंने कहा कि इससे इस घाटी का व्यापार एवं पर्यटन भी बढेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र की सड़को के लिये लगभग 05 करोड रूपये स्वीकृत कर दिये गये है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि भारत सरकार 10 करोड परिवारों को 05 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में भी इस योजना को शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों की वार्षिक आय 2.50 लाख रूपये से कम है, उन परिवारों को राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क गैस कनैक्शन उपलब्ध कराये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने जखोल में एक सहकारी बैंक की शाखा खोलने, एक राजकीय एलौपैथिक चिकित्सालय खोलने एवं फिताडी-सावणी-सटूडी मोटर मार्ग तथा साकरी तालूका-ओसला गंगाड मोटर मार्ग की घोषणा की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र को पर्यटन मैप में लाने एवं सावणी गांव में पेयजल की व्यवस्था हेतु पेयजल लाईन बिछाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां सही जगह मिलने पर हैलीपेड की स्थापना की जायेगी। लोगों को हैलीपेड के लिये दी जाने वाली जमीन का मुआवजा भी दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे राहत कार्यों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पूरी संवेदनशीलता एवं तत्परता से कार्य कर रहा है। उन्होंने राहत कार्यों के लिये किये गये विशेष प्रयासों के लिये जिलाधिकारी श्री आशीष चैहान की सराहना भी की।
प्रभावित परिवारों को गंगोत्री विधायक श्री गोपाल सिह रावत ने 100 रजाई देने, यमुनोत्री विधायक श्री केदार सिंह रावत ने प्रभावित परिवारों को राशन देने एवं विधायक श्री राजकुमार ने विधायक निधि से 10 लाख रूपये देने की बात कही। जबकि सांसद महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने केन्द्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके अलावा जिला प्रशासन, सतलुज, रेडक्राॅस, शान्तिकुंज, हरिद्वार एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा दैनिक उपयोग की वस्तुओं सहित बिस्तर, कम्बल, राशन, बर्तन आदि वितरित किये गये। द हंस फाउंडेशन ने भी पीडितों की मदद के लिये हाथ बढ़ाये है।