देहरादून: प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने सचिवालय सभागार में उत्तराखण्ड खेल महोत्सव 2017 के विषय में प्रस्तुतीकरण देखने के पश्चात अधिकारियों से कहा कि खेलों के माध्यम से व्यक्ति के समग्र विकास की संभावनायें हैं। इस विश्वास के साथ राज्य में खेल महोत्सव प्रस्तावित किया जा रहा है। ढाई माह के खेल महोत्सव के आयोजन से जहाँ खेल संस्कृति को राज्य में बढ़ावा मिलेगा वहीं खेल प्रतिभाओं को चुनने एवं उन्हें पुष्ट करने के अवसर भी प्राप्त होंगे। इस आयोजन में प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों से लेकर राजधानी तक के सभी आयुवर्ग के खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। खेल महोत्सव का मुख्य उद्देश्य खेलों के प्रति अनुकूल वातावरण तैयार कर खिलाड़ियों को मंच प्रदान करना है। यह खेल महोत्सव पंचायत स्तर से प्रारम्भ होकर विकास खण्ड स्तर एवं जिला स्तर पर आयोजन उपरान्त राज्य स्तरीय खेल सम्पन्न होंगे।
बैठक में उन्होंने खेल, युवा कल्याण एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि बच्चों के आत्म विश्वास में वृद्धि हेतु खेल अत्यन्त आवश्यक है। इससे बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढेगी तथा प्रदेश में खेल वातावरण का निर्माण होगा, तथा इसके साथ ही प्रतिभाओं की पहचान होगी। उन्होंने कहा कि खेलों के प्रति समाज के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता का प्रचार-प्रसार करना होगा। इसके माध्यम से चरित्र निर्माण, सामुदायिक विकास स्वस्थ्य प्रसन्नचित समाज का निर्माण होगा, जिन प्रतिभाओं की पहचान होगी, उन्हें खेलों में उच्च प्रदर्शन करने हेतु उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करवाया जायेगा। उन्होंने कहा 1 वर्ष पश्चात राष्ट्रीय खेल होने हैं। इस के लिए अभी से तीनों विभाग मिलकर कार्य करें। इसके लिए तीनों विभागों का एक ही बजट कर दिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि खेल महोत्सव राज्य में एक वृहद्ध खेल आयोजन है। राज्य में प्रचलित लगभग सभी खेलों को इसमें सम्मलित किया जाय।
बैठक में सचिव खेल शैलेश बगोली ने विस्तृत रूप से खेल महोत्सव के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि यह आयोजन सभी आयुवर्ग के प्रतिभाओं के लिये है। उन्होंने बताया कि समस्त आयुवर्ग के महिला एवं पुरूष खिलाड़ी जो खेलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करना चाहते हैं। खेल महोत्सव में प्रतिभाग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि न्याय पंचायत, ग्राम पंचायत, विकास खण्ड, जिला एवं राज्य स्तर पर इसके आयोजन होगें जिनकी समय अवधि 30 से 45 दिन रहेगी। यह खेल गुजरात माॅडल पर आधारित होंगे। जिसमें स्कूल खेल, खेलों इण्डिया एवं राज्य के विशेष प्रायोजित खेलों का समाकलन रहेगा। खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग न करने वाले खेल प्रेमियों एवं अन्यों के लिए क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होगा। उक्त कार्यक्रम अक्टूबर माह में संचालित कराये जायेंगे।
बैठक में अपर मुख्य सचिव शिक्षा डाॅ0 रणबीर सिंह, महानिदेशक शिक्षा दीपेन्द्र चैधरी, युवा कल्याण विभाग, खेल विभाग एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।