देहरादून: उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद की चतुर्थ बैठक परिषद के उपाध्यक्ष श्री हेमंत पाण्डेय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। परिषद के उपाध्यक्ष श्री पाण्डेय ने बताया कि आज की बैठक काफी सार्थक रही है। आज की बैठक में निर्णय लिया गया है कि जिला स्तर पर एक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ‘‘फिल्म प्रमोशन एवं फेसिलिटेशन कमेटी का गठन किया जायेगा। इसके लिए परिषद द्वारा प्रस्तात पारित कर शासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा। इस कमेटी के गठन से जनपद स्तर पर फिल्म निर्माताओं को सुविधाएं दी जा सकेंगी। फिल्मों की शूटिंग में उत्पन्न हो रही समस्याओं का समाधान हो सकेगा। आज बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शार्ट फिल्म फेस्टिवल का आयोजन शीघ्र ही किया जायेगा। यह भी निर्णय लिया गया कि फिल्म डायरेक्टरी हेतु पुनः आवेदन प्राप्त किये जायेंगे।
श्री पाण्डेय ने बताया कि उत्तराखण्ड की बोली यथा गढ़वाली, कुमांउनी तथा जौनसारी आदि में अभी तक जितनी भी बड़े पर्दे की फिल्में बनाई गई है उन फिल्मकारों के लिए सम्मान समारोह अगस्त माह में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में परिषद के सदस्यों द्वारा फिल्म नीति के कुछ बिन्दुओं पर संशोधन करने का सुझाव दिया गया, जिस पर निर्णय लिया गया कि शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया जाय। इसके तहत फिल्मों की शूटिंग हेतु लिये जाने वाले शुल्क में कमी करना प्रमुख है। आज की बैठक में सभी सदस्यों द्वारा शार्ट फिल्म फेस्टिवल हेतु प्राप्त आवेदनों की जांच की गई। इनमें से उत्कृष्ट फिल्मों को अगस्त माह में आयोजित होने वाले सम्मान समारोह कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जायेगा। यह भी निर्णय लिया गया कि अनुदान हेतु प्राप्त होने वाली फिल्मों के मूल्यांकन हेतु एक समिति का गठन किया जायेगा।
बैठक में अपर निदेशक डाॅ. अनिल चन्दोला, उप निदेशक/नोडल अधिकारी फिल्म विकास परिषद के.एस.चैहान, वरिष्ठ वित्त अधिकारी डाॅ. पंकज कुमार शुक्ल, परिषद के सदस्यगण श्री हीरा सिंह राणा, श्री शिव पैन्यूली, श्री विक्की योगी, श्री जय प्रकाश पंवार, श्री चन्द्र दत्त तिवारी, श्री एस.पी.एस.नेगी, श्री कुंवर राम सिंह नेगी, श्री सुदर्शन शाह, श्री बाबू राम शर्मा, श्री महेश प्रकाश, श्रीमती संगीता ध्यानी, श्री कांता प्रसाद व श्री मनोज पांगती आदि उपस्थित थे।