देहरादून: प्रमुख सचिव मनीषा पंवार ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य भी अन्य राज्यो की तरह शनिवार 04 मार्च, 2017 को ’राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस’ के रूप में मना रहा है। श्रीमती पंवार ने इस अवसर पर जारी अपने संदेश में कहा कि उद्योगों में सकल एवं उच्च गुणवत्तापरक उत्पादन हेतु उद्यमियों तथा श्रमिकों की सहभागिता, सहयोग एवं उनके मध्य मधुर संबंध के साथ ही उद्योगों में श्रमिकों की सुरक्षा हेतु सुरक्षा प्राविधानों के प्रति सतर्कता भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों एवं सेवायोजकों के मध्य सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाये रखते हुए उत्पादकता में वृद्धि करने में श्रम विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि शनिवार 04 मार्च, 2017 से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह भी मनाया जाना है।
प्रमुख सचिव श्रीमती पंवार ने आशा व्यक्त की कि राज्य में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दौरान सभी श्रमिकों, उद्यमियों तथा राज्य के नागरिकों को सुरक्षा उपायो की विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने राज्य में स्थापित समस्त कारखाना प्रबंधको से आग्रह किया कि 04 मार्च, 2017 को अपने कारखाने में नियोजित श्रमिकों को कारखानों में होने वाली सम्भावित दुर्घटनाओं से बचने के लिये अपने कारखाने में सेमिनार/गोष्ठी का भी आयोजन करें। सुरक्षा स्लोगन, बैनर एवं सुरक्षा संबंधित पोस्टर आदि लगाकर कारखाने में नियोजित श्रमिकों को सुरक्षा की व्यापक जानकारी दिया जाना भी सुनिश्चित करें।
प्रमुख सचिव श्रीमति पंवार ने राज्य के सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधको/श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों एवं महासंघो के पदाधिकारियों से अपेक्षा की कि 04 मार्च, 2017 को राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह एक अभियान के रूप में मनाया जाना सुनिश्चित करें, साथ ही अपने कारखाने के अन्तर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम/सेमिनार आदि का आयोजन करते हुए सुरक्षा संबंधी नुक्कड नाटक आदि के मंचन से कारखानों में नियोजित कर्मकारों को सुरक्षा संबंधी जानकारी देने का भी कष्ट करें, जिससे राज्य में उत्पादकता में अभिवृद्धि एवं दुर्घटनाओं की दर शून्य हो सकें।