देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हाॅल में उत्तराखण्ड सरकार एवं वर्ड हिन्दू इकोनाॅमिक फोरम के तत्वावधान में उद्यमियों एवं विषय विशेषज्ञों के साथ आयोजित आर्थिक परिचर्चा में प्रतिभाग किया। उन्होंने परिचर्चा में भाग लेने वाले विषय विशेषज्ञों एवं उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस परिचर्चा से प्रदेश में पर्यटन, शिक्षा, उद्योग, आई.टी., कृषि आदि के क्षेत्र में हुए मंथन का लाभ प्रदेश को मिलेगा तथा विकास के प्रति हमारी सोच को नया दायरा मिलेगा। ग्लोबल विलेज के इस दौर में हमें अपनी पहचान बनाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने विशेषज्ञों का इसके लिये भी आभार जताया कि वे हमसे कुछ लेने नही बल्कि देने के लिये आये हैं। प्रदेश के परिपेक्ष में उन्होंने परिचर्चा के उद्देश्यों को सफल बताया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी श्री केदारनाथ के कपाट खुलने व बन्द होने के समय दो बार श्री केदारनाथ आये। उनकी सोच स्पष्ट है कि दुनिया के 120 करोड़ हिन्दू उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा पर आना चाहते है। इसके लिये इस देवभूमि में सडक, रेल व वायु परिवहन सेवाओं का बेहतर होना आवश्यक है, इसी दिशा में उन्होंने 12 हजार करोड रूपये आॅल वेदर रोड, 13 हजार करोड रूपये भारतमाला योजना तथा 1600 करोड रूपये ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के लिये स्वीकृत किये है, जिस पर कार्य तेजी से किया जा रहा है। जाॅलीग्रांट हवाई अड्डे को एलीवेटेड रूप में विस्तार कर इसे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके साथ ही पंतनगर हवाई अड्डे, चिन्यालीसौड, नैनी सैनी हवाई पट्टियों के विस्तारीकरण के साथ ही चैखुटिया में नई हवाई पट्टी बनायी जायेगी। उत्तराखण्ड में भविष्य के पर्यटन का आधार तैयार किया जा रहा है। कई फिल्मों का फिल्मांकन यहां पर किया जा रहा है। इसके लिये सूटिंग फीस को माफ किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आने वाले लगभग 1.19 लाख विदेशी पर्यटको को पर्वतीय क्षेत्रों तक पहुंचाने तथा इनकी संख्या में कैसे वृद्धि हो इसके लिये आधार तैयार किये जा रहे है। यहां की झीलों को पर्यटन की दृष्टि से बेहतर उपयोग किये जाने व सर्विस सेक्टर को प्रभावी बनाने के प्रयास जारी है। जनपद चमोली के सीमांत गांव घेस व हिमनी को वाई-फाई सुविधा से जोडा गया है। 36 अस्पताल व ब्लड बैंको, दवा स्टोरों को आॅनलाइन किया गया है। टेली मेडिसिन से जुडे अस्पतालो को अपोलो अस्पताल से जोडा गया है। जहां से विशेषज्ञ डाॅक्टरो का परामर्श प्राप्त किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के 144 ई-अस्पतालों में से 47 उत्तराखण्ड में है। उन्होंने कहा कि नई तकनीकि के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र की कमियों को दूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 03 साल के अन्दर प्रदेश के सभी गांवों को आॅप्टीकल फाइवर से जोडने का हमारा प्रयास है, इससे प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के लोग देश व दुनिया को देख सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने श्री पंकज कुमार सी.ई.ओ. एवं अध्यक्ष पी.एम.ए.एम. इनकाॅरपोरेटेड, डलास, यू.एस.ए. द्वारा तुंगनाथ एवं भविष्य बद्री मन्दिरों का जीर्णोंद्धार अपने संसाधनो से किये जाने के प्रस्ताव तथा आर्टि आफिसियल साफ्टवेयर के साथ ही शिक्षा उद्योग व पर्यटन से संबन्धित ऐप निःशुल्क उपलब्ध कराये जाने के प्रस्तावों के लिये सराहना की।
अपने सम्बोधन में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड सदियो से साधको मनीषियों व पर्यटको के आर्कषण का केन्द्र रहा है। प्रदेश में गढवाल व कुमाऊं में 24 धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाये जा रहे है। चारधाम पैदल यात्रा मार्ग की हजारों साल पुरानी परम्परा की शुरूआत की जा रही है। इससे हमारे पड़ाव व चट्टियों को पुनर्जीवित करने तथा पलायन रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि लोकल खान-पान व ट्राईवल दूरिज्म को भी बढ़ावा दिये जाने की योजना हमारी है।
इस अवसर पर वर्ड इकाॅनोमिक फाॅरम के अध्यक्ष स्वामी विज्ञानानन्द ने कहा कि विश्व में जापान से लेकर इंडोनेशिया तक हमारे पूर्वजो ने बिना संसाधनों के व्यापार व अन्य क्षेत्रों में अपनी पहचान बनायी तो आज के बदलते दौर में हम यह कार्य क्यों नही कर सकते है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल मार्केट में हमे फाइनेंशियल इको सिस्टम लागू करने व तकनीकी दक्षता के प्रति ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि हमे अपनी दक्षता का उपयोग अपने समाज को आगे बढाने में करना होगा इसके लिये युवाओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि आज के दौर में आर्थिक रूप से समृद्ध देश का महत्व ज्यादा है।
इस परिचर्चा में जिन विशेषज्ञों व उद्यमियों ने अपने विचार व सुझाव रखे उनमें पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के आर्थिक सलाहकार एवं लन्दन स्कूल आॅफ इकोनाॅमिक के सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो.गौतम सैन, सी.ई.ओ. एवं अध्यक्ष पी.एम.ए.एम. इनकाॅरपोरेटेड डलास यू.एस.ए. श्री पंकज कुमार, वरिष्ठ अर्थशास्त्री एवं प्राध्यापक सिंगापुर मैनेजमेंट विश्वविद्यालय प्रो.वैंकटरमन नागेश्वरन, वरिष्ठ कृषि एवं पर्यावरण वैज्ञानिक न्यूजीलैण्ड उपकुलपति यूनिवर्सिटी एण्ड इंस्ट्ीट्यूट आॅफ एडवांस्ड रिसर्च गांधी नगर गुजरात प्रो. जी.एम.मगेशन, आई.आई.टी. खडगपुर आई.टी.एम. विश्वविद्यालय गुरूग्राम प्रो. प्रशान्त सिंह प्रध्यापक आई.आई.टी. कानपुर एवं पूर्व बोस्च काॅरपोरेशन बोस्टन यू.एस.ए. डाॅ. नचिकेता तिवारी प्रमुख थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने इन विशेषज्ञों को सम्मानित भी किया। निदेशक उद्योग श्री सुधीर नौटियाल ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री प्रकाश पंत, विधायक श्री गणेश जोशी, इंडस्ट्रीज एशोसिएशन उत्तराखण्ड, उत्तराखण्ड इंडस्ट्रियल वेलफेयर एशोसिएशन, विभिन्न उद्योगों, फिक्की एफ.एल.ओ. के प्रतिनिधियों के समूह, विभिन्न शिक्षक संस्थानो के प्रोफेसर व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र के समक्ष मुख्यमंत्री आवास कैम्प कार्यालय में वल्र्ड हिन्दू इकोनाॅमिक फोरम के प्रतिनिधियों ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उत्तराखण्ड में पर्यटन, तीर्थाटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, योग, आयुर्वेद आदि के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाओं पर चर्चा की। उत्तराखण्ड में प्राचीन एवं प्रसिद्ध मंदिरों के सौन्दर्यीकरण, पलायन को रोकने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों आधुनिक एवं जैविक कृषि को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोड कनेक्टिवी को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई। प्रदेश के तीव्र विकास के लिए आईटी, इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य शिक्षा को मजबूत बनाने के सुझाव दिये गये।
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री प्रकाश पंत, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, सचिव श्रीमती भूपेन्द्र कौर औलख, श्रीमती राधिका झा, श्री डी.सेंथिल पांडियन, श्री दिलीप जावलकर, एमडी सिडकुल श्रीमती सौजन्या, वल्र्ड इकोनाॅमिक फोरम के अध्यक्ष स्वामी विज्ञानानन्द, वल्र्ड इकोनाॅमिक फोरम से डाॅ. गौतम सेन, डाॅ.वेंकटरमन अनन्त नागेश्वरम, प्रो.जी.एन मगेशा, प्रो. सतीश मोघ, डाॅ. नचिकेता तिवारी, श्री पंकज कुमार, श्री अजय गुप्ता आदि उपस्थित थे।