लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने 10 माह में ही राज्य को जंगल के हवाले कर दिया है। प्रतिदिन होती अपराधिक घटनायें रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। बच्चियों के लिए तो उत्तर प्रदेश डरावना राज्य बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का संचालन अपराधी-माफिया और असामाजिक तत्व करते हुए नज़र आ रहे हैं। भाजपा राज में जितनी बदनामी उत्तर प्रदेश की हुई ऐसी स्थिति कभी नहीं बनी।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री यादव ने मथुरा में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में मासूम बच्चे को गोली का शिकार बनाये जाने की घटना को घोर अमानवीय बताते हुए राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख की राहत राशि देने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि राज्य में अपराधियों के हौसले बढ़ गये हैं। आज मथुरा के थाना बलदेव में दिनदहाड़े शिक्षिका के अपहरण की घटना इसका दूसरा उदाहरण है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब राजधानी लखनऊ में हत्या, लूट की घटना न घट जाती हो। सरेराह लड़कियों का अपहरण होता है और भाजपा सरकार की पुलिसफोर्स का दूर-दूर तक अतापता नहीं रहता है। महिलाओं के उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाओं से महिला सुरक्षा के नाम पर राज्य सरकार के झूठे दावों की पोल खुल गयी है। व्यापारी दहशत में जीवन जीने को मजबूर हैं। भाजपा राज में जंगल का कानून चल रहा है।
श्री यादव ने कहा कि पिछली समाजवादी सरकार में अपराध को रोकने के लिये यूपी 100 एवं 1090 वूमेन पावर लाइन सहित पुलिस सुधार की दिशा में कई ठोस कदम उठाये गये थे जिससे प्रदेश में कानून व्यवस्था नियंत्रित थी। भाजपा ने इस व्यवस्था को बर्बाद कर दिया गया है। एक पखवारे से प्रदेश में डीजीपी पद खाली है जिससे पुलिस कर्मियों का मनोबल प्रभावित हो रहा हैं। इसके बाद भी राज्य सरकार को कोई चिंता नहीं दिख रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिना यूपीकोका के भी समाजवादी सरकार में कानून व्यवस्था लगातार बेहतर थी, ऐसे में इस नये कानून की क्या आवश्यकता है। प्रदेश सरकार यूपीकोका के माध्यम से सिर्फ राजनैतिक कार्यकर्Ÿााओं एवं निर्दोष लोगों को प्रताड़ित करना चाहती है। दरअसल भाजपा सरकार को जनता के जानमाल की कतई चिंता नहीं है, उसकी सारी चिंता अपने सुरक्षा घेरे को लेकर ही है। भाजपा सरकार अन्य प्रदेशों का दौरा करने में व्यस्त हैं जबकि अपराधी बेखोफ घूम रहे हैं। भाजपा सरकार को यह जान लेना चाहिए कि जब तक प्रदेश में कानून व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त नहीं होगी तब तक विकास का एक भी कार्य नहीं हो पायेगा। ऐसी स्थिति में राज्य में निवेश कैसे हो सकता है? निवेशक यूपी में आने से पहले सौ बार सोचेगा। ()