नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 37वें अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तर प्रदेश पवेलियन का उद्घाटन करने पहुॅचे प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी) डा0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) नये भारत का एक विशाल आयोजन है, जो बहुत तेजी के साथ उभरता हुआ नया आकार ले रहा है।
यह एक गौरवशाली भविष्य, उत्कृष्टता की भावना और देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्टार्टअप इण्डिया स्टेण्डअप इण्डिया, डिजिटल इण्डिया, मेक इन इण्डिया, स्वच्छता मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, महिला सशक्तीकरण की उपलब्धियों तथा अभूतपूर्व निवेश के अवसर के उच्चकोटि के नजरिये के प्रति प्रदर्शित एवं परिलक्षित करता है। यह मेला हर आम व खास में स्वच्छ भारत मिशन के प्रति भी बेहतर एवं नई सोच व समझ विकसित कर नया आयाम स्थापित करेगा।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी) डा0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि मेले दिलांे को जोडने के साथ ही देश प्रदेश की परम्परा, भावना एवं भाईचारे का संदेश देते हैं। यह व्यापार मेला आर्थिक सुधारों के लाभों को समाज के सभी वर्गों विशेष तौर पर समाज की मुख्य धारा से विरक्त लोगों तक पहुॅच बनाने की प्रतिबद्वता का प्रतीक है। श्री पाण्डेय ने यह भी कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला के माध्यम से विभिन्न प्रदेशों के उद्यमियों को अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर अपने बेहतरीन उत्पाद प्रस्तुत करने का सुनहरा अवसर मिलता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा आरम्भ की गयी स्टार्टअप इण्डिया-स्टेण्डअप इण्डिया की पहल से युवाओं को उद्यमिता से जोडकर उन्हें रोजगार के नित नये अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। प्रदेश महान व्यक्तिवों से भरा हुआ है जो अन्तर्राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर अपने कार्यों, दक्षता, कुशल क्षमता एवं उच्च कौशल के कारण अपनी विशिष्ठ पहचान बनाये हुये है।
देश में नव परिवर्तन और युवाओं के लिये नये अवसरों के बिना किसी भी प्रकार का विकास सम्भव नहीं है। इसके लिये प्रदेश में राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनियों को प्रदेश में पूॅजी निवेश करने के लिये आमंत्रित किया गया तथा स्थानीय कम्पनियों को प्रोत्साहित किया गया ताकि वह अधिक से अधिक रोजगार सृजन कर सकें। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत युवाओं विशेषकर महिलाओं, दलितों एवं पिछडों को स्वरोजगार आरम्भ करने के लिये बैंक वित्त पोषण भी दिया जा रहा है।
आयुक्त डा0 पाण्डेय ने स्टार्टअप एवं स्टेण्डअप के बारे में बताया कि प्रदेश में नये उद्योग लगाने तथा स्थापित इकाईयों को प्रोत्साहित कर उन्हें और ऊॅचाइयाॅ प्रदान करना है। प्रदेश सरकार द्वारा अभी हाल ही में नई औद्योगिक नीति लागू की गयी है, उद्यमियों की समस्याओं शिकायतों को त्वरित ढंग से निस्तारित करने के लिये सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है।
यूपी में रोजगार को बढावा देने के लिये चिन्हित फोकल एरिया में ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में गन्ना, दूध, गेहूॅ, चावल, चीनी, दूध के क्षेत्र में हमारा प्रदेश अव्वल है। निवेश को बढावा देने के लिये निवेशकों के साथ लगातार समिट की जा रहीं हैं, जिसके जल्द ही सार्थक परिणाम आयेंगे।
कृषि क्षेत्र में किसानों की आमदनी को दो गुणा करने के लिये हम वैल्यू एडीशन की तरफ ध्यान दे रहे हैं और इसके लिये प्रदेश में नये नये उद्योग की स्थापना के लिये निजी क्षेत्र का निवेश चाहते हैं। नोयडा ग्रेटर नोयडा मोबाइल का हब बन रहा है। हम फूड प्रोसेसिंग की तरफ भी ध्यान दे रहे हैं।
औद्यागिक विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि प्रदेश में देशी विदेशी निवेशकों को आमंत्रित कर आगामी फरवरी माह में यू0पी0 इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। जिसमें लगभग 50,000 करोड निवेश प्रस्तावित है, इसके अलावा प्रदेश सरकार की नीतियों/योजनाओं को अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर प्रस्तुत करने एवं निवेशकों को प्रदेश में सुअवसर प्रदान करने के लिये ऐसे देश जहाॅ भारत मूल के अधिसंख्य हैं जैसे मारीशस, सूरीनाम, म्याॅमार, ट्रिनदाद टैबेको, फिजी, गुयाना, भूटान आदि देशों के अतिरिक्त यूरोपिय अमेरिका, अफ्रीकी आस्टेªलिया तथा ऐशियाई देशों के राजनायिकों से सम्पर्क कर भारी संख्या मं निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है।
प्रदेश के उद्यमी युवाओं तथा श्रमशील प्रतिष्ठानों से सम्पर्क कर किसान ऋणमाफी की तर्ज पर मुद्रा योजना के द्वारा ऋण उपलब्ध कराने की योजना तैयार की जा रही है। विशेष शिविरों द्वारा हस्तशिल्पी, दक्ष कारीगरों, उद्यमियों का चयन करके विशेष क्षेत्र जैसे इत्र, कालीन, काष्ठ कला, बुनकर, चिकन कढाई, पीतल, गलास स्टोन एवं पौट्री आदि व्यवसायी क्षेत्रों में ऋण की सुविधा बैंकों के माध्यम से कराई जायेगी।
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में विशेष स्थाना रखता है, जिसमें डेयरी, मत्स्य, फल, सब्जी, दूग्ध उत्पाद, खाद्यान्न दलहन, तिलहन आदि की इकाइयों की स्थापना के लिये लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे, पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न डेडीकेटिड कौरीडोर के किनारे विभिन्न सैक्टरों में इकाइयाॅ लगाने हेतु आमंत्रित किया गया है।
प्रमुख सचिव सूचना एवं पयर्टन अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में टूरिज्म को बढावा देने के लिये 12 फोकल क्षेत्र चिन्हित किये गये हैं। प्रदेश में टूरिज्म के क्षेत्र में असीमित सम्भावनायें हैं। प्रदेश सरकार पयर्टन को बढावा देने के लिये निरंतर सम्भावनाओं को तलाशते हुये सार्थक प्रयास कर रही है।
राष्ट्रपति जी द्वारा शुभारम्भ 37वें अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में 22 देश हिस्सा ले रहें हैं। प्रगति मैदान स्थित आईआईटीएफ में स्थापित यूपी पैवेलियन को हैंगर तीन में स्थान मुहैया कराया गया है। पैवेलियन में यूपी की मनमोहक एवं मनोहारी छटा बिखेर रहे कुछ स्टाल को हैंगर दो में भी स्थान दिया गया है। इस बार दर्शक यूपी पैवेलियन में उत्तर प्रदेश की प्राचीन संस्कृति एवं विरासत से भी रूबरू हो सकेंगे। यूपी पैवेलियन के मुख्य प्रवेश द्वार पर संस्कृति एवं धर्म के प्रतीक काशी विश्नाथ मंदिर, गोरखपुर मठ, आगरा का ताजमहल, महात्मा बुद्व से सम्बद्व लुम्बनी का पगौडा, लखनऊ का रूमी दरवाजा की कलाकृतियेां को चिन्हित किया गया है।
इसके अलावा यूपी पैवेलियन में प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही रोजगार परक, जनकल्याणकारी नीतियों को भी प्रदर्शित करने के साथ ही हस्तशिल्पियों और विभिन्न प्रकार के उत्पादों के स्टाल भी लगाये गये हैं। यूपी पैवेलियन उद्घाटन अवसर पर आयुक्त एवं निदेशक उद्योग, उद्यम प्रोत्साहन रणवीर प्रसाद, निदेशक सूचना अनुज कुमार झा, प्राधिकरणों के उच्चाधिकारी एवं औद्यौगिक विभाग के अधिकारी एवं उद्यमीगण भी मौजूद थे।
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