लखनऊ: इस समय आम में बौर निकल आये हैं। आम की अगेती फसल के बौर खिले हुए हैं। आम के बागवानों को सलाह देते हुए उद्यान विभाग की ओर से कहा गया है कि खिले बौर पर दवा का छिड़काव न करें। साथ ही साथ मध्यम व देर से पकने वाली प्रजातियों में भी बौर निकल आयें है लेकिन अभी खिले नहीं हैं, इन पर पाउडरी मिल्ड्यू व भुनगा कीट लगने की संभावना रहती है, जिसके नियंत्रण के लिए सलाह दी जाती है कि घुलनशील गंधक 2 ग्राम प्रति लीटर पानी तथा साथ मे ंकीटनाशक क्यूनालफास या क्लोरोपाइरीफास या डायमेथोएट 2 मिली प्रति लीटर पानी या कार्बरिल 4 ग्राम प्रति ली0 पाली या इमिडाक्लोरप्रिड-3.5 मिली प्रति 10 ली0 पानी की दर से प्रथम बार छिड़काव करें।
द्वितीय छिड़काव की सलाह फल सेट हो जाने तथा फल सरसों के दाने के बराबर हो जाने के स्थिति में कैलिक्सीन/कैराथेन 1 मिली0 प्रति लीटर पानी के साथ प्रथम बार छिड़काव के लिए सुझाए गए दवा में से किसी एक दवा के साथ छिड़काव करें।
जब फल मटर के दाने के बराबर हो जाएं तथा बाग में भुनगा या गालमिज का प्रकोप हो तो तृतीय छिड़काव में, प्रथम छिड़काव मे ंसुझाए गए दवाओं में से किसी एक का छिड़काव करें। साथ ही साथ बाग में यदि कीड़ों का प्रकोप नहीं हो तो बोरेक्स 8-10 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करने की सलाह दी गई है। इसके साथ यह भी सुझाया गया है कि फल सेट हो जाने के बाद बाग में सिंचाई करें तथा निरन्तर नमी बनाए रखें।