लखनऊ: उ0प्र0 कांग्रेस विचार विभाग के पदाधिकारियों एवं जिला/शहर अध्यक्षों की बैठक आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर विचार विभाग के प्रान्तीय चेयरमैन श्री सम्पूर्णानन्द की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर विचार-विमर्श किया गया एवं भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गयी। बैठक में उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद मुख्य रूप से मौजूद रहे।
यह जानकारी देते हुए उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद ने कहा कि सभी कांग्रेसजनों को अपनी-अपनी क्षमता के अनुरूप मेहनत करके संगठन को मजबूत बनाना है। आम जनता और किसानों, नौजवानों के हितों के लिए संघर्ष करना है। उन्होने कहा कि समाज के बुद्धिजीवियों को संगठित करके जनता के बीच जाकर केन्द्र और प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करना है।
उत्तर प्रदेश के किसानों की बदहाली की स्थिति, बड़े पूंजीपति घरानों को रियायत तथा मध्यम आय वर्ग के ऊपर कर का बोझ, नोटबन्दी, केन्द्र की मोदी सरकार की विदेश नीति की विफलता, भीड़ द्वारा हिंसा तथा बढ़ती हुई असहिष्णुता आदि बढ़ती समस्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की गयी।
इसके साथ ही बैठक में मोदी सरकार की चुनाव से पूर्व देश और प्रदेश की जनता से की गयी वादाखिलाफियों पर विचार-विमर्श किया गया। तीन वर्ष बीत जाने पर भी सौ स्मार्ट सिटी में से एक भी स्मार्ट सिटी न बनने, विदेश से काला धन वापस न लाये जाने एवं किसी के भी खाते में 15 लाख रूपये का ट्रान्सफर न होने, दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष सृजन करने का वादा विफल, बनारस को क्वेटा की तर्ज पर विकसित करने की ओर कदम भी नहीं बढ़ सकने, गंगा सफाई योजना में सरकारी धन का अपव्यय, बुलेट ट्रेन चलाने का वादा, आतंकवाद समाप्त करने का वादा पूर्णतः विफल होने एवं भ्रष्टाचार को समाप्त करने आदि तमाम झूठे वादे करके जनता को गुमराह किया गया। एक तरफ जहां नोटबन्दी से सैंकड़ों निर्दोष लोगों की जानें चली गयीं वहीं नोटबन्दी से भ्रष्टाचार एवं आतंकवाद रोकने का शिगूफा गन्ना किसानों के पिछले बकाये का भुगतान न होने, फसल बीमा योजना की असफलता, शिक्षा के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 90प्रतिशत की कटौती किया जाना, अस्पतालों एवं शिक्षण संस्थानों की बदहाली, ध्वस्त होती जा रही कानून व्यवस्था एवं अपराधों में 41प्रतिशत की बढ़ोत्तरी, प्रदेश में पूंजीनिवेश शून्य होने एवं विद्युत व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त होने से किसानों एवं आम जनता की कठिनाइयों पर चर्चा की गयी। बैठक में केन्द्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी एवं नौजवान विरोधी रवैये एवं असफलताओं, वादा खिलाफी को आम जनमानस तक पहुंचाने एवं गोष्ठियों के माध्मय से जनजागरण करने का निर्णय लिया गया। बैठक में प्रमुख रूप से उ0प्र0 कंाग्रेस के महामंत्री-प्रभारी विभाग एवं प्रकोष्ठ श्री दीपक सिंह सदस्य विधान परिषद, पूर्व मंत्री श्री सत्यदेव त्रिपाठी, डा0 आर0पी0 त्रिपाठी, श्री नदीम अशरफ जायसी, श्री विजय श्रीवास्तव, श्री योगेन्द्र मिश्रा, श्री नईम सिद्दीकी, श्री स्वतंत्र शुक्ला, श्री विनोद मिश्रा, श्री जयशंकर दुबे, श्री अमित श्रीवास्तव त्यागी, श्री विजय बहादुर, श्री प्रमोद मिश्रा, श्री बुद्धिनाथ शुक्ला, श्री विवेक बाजपेयी, श्री शैलेन्द्र त्रिपाठी, श्री रविभूषण शर्मा आदि सैंकड़ों की संख्या में विचार विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे।