देहरादून: श्री अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड के निर्देशन में एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा दिनांक 11 दिसम्बर 2017 से दिनांक 25 दिसम्बर 2017 तक प्रदेश के जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में चौराहों, बजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, धार्मिक स्थलों आदि सार्वजनिक स्थानों जहाँ पर बच्चों द्वारा भिक्षावृत्ति की जाती है में विशेष अभियान चलाया गया।
उक्त अभियान में जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में भिक्षावृत्ति करते हुए पाये गये 393 बच्चों (216 बालक व 177 बालिकायें) को भिक्षावृत्ति से हटाकर उनके परिजनों के सुपुर्द/बालगृह दाखिल किया गया। 393 बच्चों में से 288 बच्चों के परिजनों को यह हिदायत भी कि उनके बच्चों द्वारा पुनः भिक्षावृत्ति नहीं की जायेगी, बच्चों के पुनः भिक्षावृत्ति करते पाये जाने पर परिजनों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जायेगी तथा बच्चों को पढ़ाई हेतु स्कूल भेजा जायेगा, उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। 05 बच्चे, जिनमें से 02 बच्चों के परिजनों की जानकारी नहीं हो पायी तथा 02 बच्चे जिन्हे उनके पिता द्वारा पालने में असमर्थता जतायी गयी, को सी0डबलू0सी0 के माध्यम से पुनर्वास हेतु बाल संरक्षण गृह भेजा गया तथा एक बालक के बीमार होने के कारण उसे राजकीय चिकित्सालय देहरादून में भर्ती कराया गया। भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों में 387 बच्चे 14 वर्ष व उससे निम्न आयु के हैं। जनपद देहरादून द्वारा 04 बच्चों का,जनपद ऊधमसिंहनगर द्वारा 21 बच्चों का स्कूल में दाखिला व जनपद नैनीताल द्वारा 35 बच्चों को डे केयर होम धरोहर के सुपुर्द किया गया। धरोहर संस्था द्वारा उक्त बच्चों की 03 माह तक अपनी संस्था में प्रतिदिन भोजन, आवास, शिक्षा की व्यवस्था की जाती है। अभियान में चाईल्ड हेल्प लाईन, सी0डब्लू0सी0 व आशरा ट्रस्ट देहरादून, धरोहर स्वयं सेवी संस्था, कुमायूं सेवा समिति द्वारा भी सहयोग प्रदान किया गया।
अभियान का जनपद-वार विवरण निम्नवत हैः-
क्र0सं0 जनपद बालक बालिका योग
1 देहरादून 57 41 98
2 हरिद्वार 56 37 93
3 ऊधमसिंहनगर 87 67 154
4 नैनीताल 16 32 48
कुल 216 177 393