नई दिल्ली: राष्ट्रीय योग्यता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट)-पीजी, 2017 का देश के सभी स्नातकोत्तर मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) द्वारा आयोजन किया गया था। सामान्य वर्ग के लिए क्वालिफाइंग मापदंड 50 प्रतिशत, ओबीसी/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए 40 प्रतिशत और पीडब्ल्यूडी श्रेणी के लिए 45 प्रतिशत अंक निर्धारित था।
भारत की स्नातकोत्तर मेडिकल एजुकेशन रेगुलेशंस (पीजीएमईआर), 2000 की चिकित्सा परिषद के खंड 9 के उपखंड-3 के अनुसार जब पर्याप्त संख्या में आवेदक न्यूनतम अंक अर्जित करने में विफल रहते हैं तो केंद्र सरकार एमसीआई के परामर्श से न्यूनतम अंक कम कर सकती है, जो कथित शैक्षणिक वर्ष के लिए ही लागू होंगे। कुछ राज्य सरकारों से भी प्रतिवेदन प्राप्त हुए हैं कि कुछ श्रेणियों में सीटें खाली रहेंगी, क्योंकि उन श्रेणियों में पर्याप्त संख्या में उम्मीदवार उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए एमसीआई के परामर्श से यह निर्णय लिया गया है कि नीट-2017 के लिए प्रतिशत कटऑफ 7.5 प्रतिशत कम कर दिया जाए। इस प्रकार सामान्य श्रेणी के लिए 42.5 प्रतिशतता, आरक्षित श्रेणियों के लिए 32.5 प्रतिशतता तथा पीडब्ल्यू श्रेणी के लिए 37.5 प्रतिशतता रहेगी। केन्द्र सरकार द्वारा की गई यह कटौती केवल शैक्षिक वर्ष 2017 के लिए ही लागू होगी। इस निर्णय से लगभग 9 हजार अतिरिक्त उम्मीदवारों के लाभांवित होने का अनुमान है।