नई दिल्ली: भारत, म्यांमार और थाइलैंड के बीच व्यापार, व्यवसाय, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वाहनों के सुगम आवागमन के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने म्यांमार में राजमार्ग के यागयी-कलेवा सेक्शन (40/0 मील के पत्थर से 115/5 मील के पत्थर तक) पर आपात स्थिति में रूकने की लेन के साथ दो लेन के उन्नयन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते पर कल एनएचएआई ने मेसर्स पुंज लॉयड लिमिटेड – वराह इन्फ्रा लिमिटेड के साथ हस्ताक्षर किए। इसके लिए धनराशि भारत का विदेश मंत्रालय देगा और इसे 1177 करोड़ रुपये की लागत से ईपीसी मोड में पूरा किया जाएगा।
इस परियोजना में तीन नए बड़े पुल और दो नए छोटे पुल बनाए जाएंगे। चार वर्तमान बड़े पुलों और नौ वर्तमान छोटे पुलों की मरम्म्त करके उन्हें मजबूती प्रदान की जाएगी तथा छह वर्तमान छोटे पुलों का दोबारा निर्माण किया जाएगा। इस पूरे मार्ग पर सड़क के किनारे ट्रक खड़े करने के लिए 6 स्थान, बस और यात्रियों के खड़े होने के लिए 20 स्थान तथा 1 विश्राम क्षेत्र होगा। परियोजना तीन वर्ष में पूरी होगी।