नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने आपदा से निपटने की तैयारियों, आपदा में कमी और प्रतिक्रिया उपायों को स्थानीय स्तर पर क्षमता सृजन कर बढ़ाने के प्रयास में आज केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों तथा अन्य हितधारकों के विभिन्न संगठनों का क्षमता सृजन पर सम्मेलन आयोजित किया।
इसकी अध्यक्षता करते हुए एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल एन.सी.मारवाह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि आपदा से निपटने की तैयारियों तथा आपदा में कमी के लिए एनडीएमए और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों का एक साथ काम करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे बलों की क्षमताओं का पूरा उपयोग नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बलों को स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करने में लगाने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि जो किया गया है उससे अधिक किए जाने की जरूरत है। बेहतर नियोजन, समन्वय,भागीदारी तथा संकल्प के साथ हम देश को आपदा झेलने में सक्षम बना सकते हैं।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की आपदा प्रबंधन इकाईयों को मजबूत बनाने के बारे में चर्चा हुई और राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल, (एनडीआरएफ) में काम कर चुके कर्मियों को उनके डीएम प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षिक के रूप में बनाए रखने की बात कही गयी।
सम्मेलन में एनडीएमए, गृहमंत्रालय, एनडीआरएफ, एनआईडीएम, अग्नि सेवाओं, होम गार्ड, सिविल डिफेन्स, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, राष्ट्रीय कैडेट कोर, नेहरू युवा केंद्र संगठन, सशस्त्र सीमा बल तथा भारतीय तटरक्षक के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।