नई दिल्ली: राज्य मंत्री (इस्पात) श्री विष्णु देव साई ने आज गुवाहाटी में ‘कृषि-वन उपज को बढ़ावा देने हेतु पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एमएसटीसी के विजन’ पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन किया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि कृषि एवं वन उपज के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र में अंत्यत अनुकूल माहौल है, लेकिन उत्पादकों को अपनी उपज के लिए कोई बाजार पहुंच सुलभ नहीं है। ऐसी स्थिति में ये उत्पादक बिचौलियों द्वारा खुद का शोषण कराने पर विवश हो जाते हैं और इस वजह से उनके लिए स्थिति बड़ी ही दयनीय हो जाती है। इस क्षेत्र में रसद (लॉजिस्टिक) के लिए समुचित सहायता उपलब्ध न होने के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
मंत्री महोदय ने एक ऐसा परितंत्र विकसित करने संबंधी एमएसटीसी के विजन की सराहना की जिसमें सभी संबंधित भागीदार जैसे कि पूर्वोत्तर क्षेत्रीय कृषि एवं विपणन निगम लिमिटेड (एनईआरएएमएसी), सेन्ट्रल रेलसाइड वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन (सीआरडब्ल्यूसी), पैकेजिंग कंपनी एवं अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूए) एकजुट हो सकेंगे।
उपर्युक्त परितंत्र से न केवल कृषि-वन उपज के उत्पादकों की माली हालत सुधरेगी, बल्कि फसलों की व्यापक बर्बादी की रोकथाम करने में भी मिलेगी। इसके साथ ही शेष भारत में भी इन आला उत्पादों को उपलब्ध कराना संभव हो पाएगा। इस तरह के सहयोगात्मक प्रयास काफी अहम साबित हो सकते हैं, जिसका उल्लेख पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास से जुड़ी सरकारी नीति में किया गया है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र के उत्पादकों को सीधी बाजार पहुंच सुलभ कराने और उपर्युक्त एजेंसियों के बीच कारगर तालमेल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एमएसटीसी ने हाल ही में गुवाहाटी में एक कार्यालय खोला है, जो सभी पूर्वोत्तर राज्यों की जरूरतों की पूर्ति करने वाले एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्यरत रहेगा।
इस्पात मंत्रालय के अधीनस्थ सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) एमएसटीसी लंबे समय से इस क्षेत्र में रक्षा समेत अर्धसैनिक बलों और तेल विपणन कंपनियों को भी सेवाएं मुहैया कराता रहा है।
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