नई दिल्लीः औद्योगिक कर्मचारियों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-आईडब्ल्यू) दिसंबर, 2017 में 2 अंक घटकर 286 अंक के स्तर पर आ गया। एक माह में हुए परिवर्तन के आधार पर सीपीआई-आईडब्ल्यू में नवंबर, 2017 से लेकर दिसंबर, 2017 तक की अवधि के दौरान 0.69 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान इसमें 0.72 प्रतिशत की कमी देखने को मिली थी।
मौजूदा सूचकांक में सर्वाधिक कमी खाद्य समूह की बदौलत आई है जिसने कुल परिवर्तन में 2.37 प्रतिशत का योगदान दिया है। विभिन्न वस्तुओं (आइटम) के आधार पर यदि देखें तो चावल, अरहर दाल, चना दाल, मूंगफली तेल, हरी मिर्च, बैंगन, गोभी, गाजर, फूलगोभी, फ्रेंच बीन्स, हरी धनिया की पत्तियां, मेथी, पालक, मटर, आलू, मूली, टमाटर, केले, चीनी, ईएसआई प्रीमियम में अंशदान, प्रसाधन साबुन इत्यादि की बदौलत सूचकांक में कमी संभव हो पाई है। हालांकि, गेहूं का आटा, नारियल तेल, ताजा मछली, बकरे का मांस, प्याज, इमली, नारियल, बिजली के शुल्क एवं जलावन लकड़ी, माध्यमिक विद्यालय के शुल्क, फूल/फूलों की माला, इत्यादि की कीमतों में वृद्धि के कारण मौजूदा सूचकांक में ज्यादा कमी संभव नहीं हो पाई।
मासिक सीपीआई-आईडब्ल्यू द्वारा मापी जाने वाली महंगाई दर पर वार्षिक आधार पर गौर करने से पता चलता है कि यह दिसंबर, 2017 में 4.00 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 3.97 प्रतिशत और पिछले साल के समान महीने में 2.23 प्रतिशत थी। इसी तरह खाद्य महंगाई दर दिसंबर, 2017 में 4.32 प्रतिशत आंकी गई, जबकि यह पिछले महीने 3.91 प्रतिशत और पिछले वर्ष के समान महीने में 0.67 प्रतिशत थी।
केन्द्र स्तर पर गौर करने से यह पता चलता है कि जमशेदपुर और तिरुचिरापल्ली ने अधिकतम कमी (प्रत्येक 7 अंक) दर्ज की है। इसके बाद दूम दूमा तिनसुकिया, सिलीगुड़ी,गोदावरीखानी और जलपाईगुड़ी (प्रत्येक 6 अंक) ने अधिकतम कमी दर्शाई है। इसी तरह 7 केन्द्रों में 5-5 अंकों, 10 केन्द्रों में 4-4 अंकों, 9 केन्द्रों में 3-3 अंकों, 21 केन्द्रों में 2-2 अंकों और 13 केन्द्रों में 1-1 अंक की कमी दर्ज की गई है। वहीं, दूसरी ओर दार्जिलिंग ने 8 अंकों की सर्वाधिक बढ़ोतरी दर्ज की है। इसके बाद क्रमश: मारिया (4 अंक) और श्रीनगर (3 अंक) का नंबर आता है। जहां तक अन्य केन्द्रों का सवाल है, 2 केन्द्रों में 2-2 अंकों और 2 केन्द्रों में 1-1 अंक की वृद्धि देखने को मिली है। शेष 5 केन्द्रों में सूचकांक स्थिर रहा है।
35 केन्द्रों में सूचकांक दरअसल अखिल भारतीय सूचकांक से ज्यादा रहे हैं, जबकि 43 केन्द्रों में सूचकांक राष्ट्रीय औसत से कम रहे हैं।
जनवरी, 2018 के लिए सीपीआई-आईडब्ल्यू की घोषणा 28 फरवरी, 2018 को होगी। यह कार्यालय की वेबसाइट labdurbwvattnew.gov.in पर भी उपलब्ध होगा।
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