नई दिल्लीः विख्यात फिल्मकार करण जौहर, टीवी की साम्राज्ञी एकता कपूर एवं सुधांशु वत्स (ग्रुप सीईओ, वियकॉम) ने भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह (आईएफएफआई) 2017 के आठवें दिन विश्व आर्थिक फोरम द्वारा प्रस्तुत थीम ‘ मास्टरिंग एक न्यू रियलिटी’ पर पैनल चर्चा में भाग लिया।
सीएनबीसी टीवी 18 के प्रिंसीपल कॉरेसपांडेंट रोनोजय बनर्जी ने इस सत्र का संचालन किया जो खचाखच भरे सभागार के लिए बेहद ज्ञानवर्द्धक और उत्साहवर्द्धक रहा।
फिल्मकार करण जौहर ने कहा कि फिल्म निर्माण में बेशुमार प्रगति हुई है। कथ्य, प्रौद्योगिकी,हर लिहाज से इसमें बहुत अधिक विकास हुआ है।
टीवी निर्माण की साम्राज्ञी कह जाने वाली एकता कपूर ने इस अवसर पर कहा कि डिजिटल कंटेंट व्यक्तिविशेष के लिए विशिष्ट और ध्रुवीकृत होता है। कंटेंट अलग अलग क्षेत्रों में अलग अलग होता है।
सुधांशु वत्स का कहना था कि ‘फिल्म निर्माण में दो आयाम होते हैं एक तो थिएटर से जुड़ा होता है तो दूसरा राजस्व की अच्छी संभावना से संबंधित है जो मूल रूप से डिजिटल है।
48वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन गोवा में 20 नवम्बर, 2017 से किया जा रहा है, जो 28 नवम्बर तक चलेगा। आईएफएफआई भारत का सबसे बड़ा और एशिया का सबसे पुराना फिल्म महोत्सव है जिसकी बदौलत इसे विश्व के सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सवों में शुमार किया जाता है।